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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में 12 हजार करोड़ एक सौ रुपये से अधिक की 29 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने 10 हजार 720 करोड़ रुपये की 19 परियोजनाओं का उद्घाटन और एक हजार 389 करोड़ रुपये की 10 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में लाभार्थियों को पीएमस्वनिधि के ऋण, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के घरों की चाबियां और आयुष्मान भारत कार्ड भी वितरित किए। प्रधानमंत्री ने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर बने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-सोन नगर रेलवे लाइन का लोकार्पण किया। इस पर छह हजार 760 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। उन्होंने तीन रेलवे लाइनें भी राष्ट्र को समर्पित कीं जिनका विद्युतीकरण या दोहरीकरण 990 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरा किया गया है। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-56 के चार-लेन के वाराणसी-जौनपुर खंड का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 18 पीडब्ल्यूडी सड़कों का निर्माण और नवीकरण, काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में निर्मित अंतर्राष्ट्रीय गर्ल्स हॉस्टल भवन, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गांव करसरा में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र और एक अद्वितीय फ्लोटिंग शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से दो वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी को रवाना किया। ये दो रेलगाड़ियां हैं - गोरखपुर-लखनऊ और जोधपुर-अहमदाबाद के बीच साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस। श्री मोदी ने कहा कि वंदे भारत रेलगाडी देश में सुविधाजनक ट्रेन यात्रा का नया नाम है। श्री मोदी ने 498 करोड़ रूपये की लागत के गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने गीता प्रेस के शताब्दी कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित किया। गीता प्रेस, रामचरित मानस, गीता, उपनिषद और पुराण सहित हिंदू आध्यात्मिक ग्रंथों का दुनिया में सबसे बड़ा प्रकाशक है। गीता प्रेस की स्थापना वर्ष 1923 में जय दयाल गोयनका ने सनातन धर्म के सिद्धांतों को प्रोत्साहन देने के लिए की थी। गीता प्रेस ने पिछले सौ वर्षों में एक हजार आठ सौ विभिन्न विषयों पर 15 भाषाओं में 93 करोड़ से अधिक पुस्तकें प्रकाशित की हैं। गीता प्रेस को हाल ही में वर्ष 2021 के गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में लगभग 7500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और इन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने करीब 6,400 करोड़ रुपये की 5 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने 103 किलोमीटर लंबी रायपुर-खरियार रोड रेल लाइन के दोहरीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित किया, इसका निर्माण 750 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। केवटी-अंतागढ़ को जोड़ने वाली 17 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन 290 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने कोरबा में 130 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 60 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के बॉटलिंग प्लांट को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से अंतागढ़-रायपुर ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत के तहत लाभार्थियों को 75 लाख कार्डों के वितरण का शुभारंभ किया।
भारत निर्वाचन आयोग और पनामा के निर्वाचन अधिकरण (ईटी) ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है। इसके तहत दोनों देश चुनाव प्रबंधन और प्रशासन के क्षेत्र में चल रहे सहयोग के लिए संस्थागत ढांचा स्थापित करेंगे। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पनामा के निर्वाचन अधिकरण के पीठासीन मजिस्ट्रेट श्री अल्फ्रेडो जुन्का वेंडेहाके के साथ दोनों देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के बीच सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को सुदृढ़ बनाने पर विचार-विमर्श किया।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने हाल ही में एक योजना शुरू की है जिसका उद्देश्य यौन उत्पीड़न की नाबालिग पीड़ितों को व्यापक सहायता प्रदान करना है। यह योजना निर्भया फंड (Nirbhaya Fund) के तहत संचालित होती है और इसके लिए 74.1 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण राशि आवंटित की गई है। नाबालिग पीड़ितों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए, मिशन वात्सल्य की प्रशासनिक संरचना का उपयोग राज्य सरकारों और बाल देखभाल संस्थानों के सहयोग से किया जा रहा है। 2021 में लॉन्च किया गया यह प्रशासनिक ढांचा बच्चों के कल्याण की सुरक्षा पर केंद्रित है।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि ई-20 पेट्रोल बेचने वाले विशेष ईंधन स्टेशन 2025 तक पूरे भारत में उपलब्ध हो जाएंगे। श्री पुरी ने इंडियन मर्चेंट्स चैंबर्स की वार्षिक बैठक को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह का पहला केंद्र इस वर्ष फरवरी में खोला गया था। इसके बाद इनकी संख्या 600 से अधिक हो गई है। ई-20 पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाया जाता है। श्री पुरी ने बताया कि पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से बढ़कर 2021-22 में 433 करोड़ लीटर हो गया है। उन्होंने कहा कि जैव ईंधन बेचने वाले ईंधन स्टेशनों की संख्या 67 हजार से अधिक हो गई है।
जल उपयोग दक्षता ब्यूरो (बीडब्ल्यूयूई) और इंडियन प्लंबिंग एसोसिएशन (आईपीए) ने वाटर पॉजिटिव इण्डिया का लक्ष्य हासिल करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता जागरूकता पैदा करने और वर्षा जल संचयन संरचनाओं, कम प्रवाह वाले फिक्स्चर और सेनेटरी वेयर, अशुद्ध जल के उपचार तथा जल के प्रवाह को मापने की विधि को बढावा देने पर केंद्रित है। यह समझौता जल उपयोग दक्षता को 20 प्रतिशत तक बढ़ाने के राष्ट्रीय जल मिशन (एनडब्ल्यूएम) के लक्ष्य-4 के अनुरूप है। राष्ट्रीय जल मिशन और इंडियन प्लंबिंग एसोसिएशन (आईपीए) के बीच सहयोग में सार्वजनिक शिक्षा, जागरूकता और आउटरीच कार्यक्रम, जल प्रबंधन, पानी की चक्रीय अर्थव्यवस्था, वर्षा जल संचयन, भूजल पुनर्भरण और उपयोग किए गए पानी को फिर से इस्तेमाल करने लायक बनाना शामिल है।
अर्बन-20 महापौर शिखर सम्मेलन दो शहरों अहमदाबाद और गांधीनगर में शुरू हुआ। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल तथा आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। बैठक का आयोजन गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में किया जा रहा है। दो दिन के इस शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के 57 और भारत के 35 शहरों के प्रतिनिधि तथा प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इनमें 45 महापौर और उप महापौर भी शामिल हैं।
हॉलैंड में प्रधानमंत्री मार्क रूटे की गठबंधन सरकार अप्रवासियों के मुद्दे पर किसी समझौते पर पहुंचने में विफल रहने के कारण गिर गई है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, उनकी सरकार शरणार्थियों से संबंधित नीति के संबंध में चार गठबंधन साझेदारों के मतभेदों के चलते केवल डेढ वर्ष तक ही चल सकी। प्रधानमंत्री मार्क रूटे की अध्यक्षता में हुई बैठक में चारों दल इस संकट के समाधान के लिए किसी समझौते पर पहुंचने में विफल रहे। नई सरकार के लिए आगामी नवंबर में चुनाव होने की संभावना है।
ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टिम बैरो ने नई दिल्ली में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। इसके बाद दोनों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इसमें दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की। सुरक्षा संबंधों को और सुदृढ करने को प्राथमिकता देने पर भी सहमति व्यक्त की गई। दोनों पक्ष हिंसक उग्रवाद और कट्टरवाद से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। दोनों सुरक्षा सलाहकारों ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसक उग्रवाद और कट्टरपंथ की कोई जगह नहीं हो सकती है। भारतीय पक्ष ने ब्रिटेन में चरमपंथी लोगों की भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को धमकी देने का मुद्दा उठाया। भारत ने ब्रिटेन से इन चरमपंथियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया। दोनों देश महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में लाभदायक सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हुए।
एशियाई अमरीकियों, हवाई के मूल निवासियों और प्रशांत द्वीप पर रहने वाले लोगों के लिए गठित अमरीकी राष्ट्रपति के सलाहकार आयोग के एक सदस्य ने साल 1992 के बाद से परिवार और रोजगार श्रेणियों में सभी अप्रयुक्त ग्रीन कार्डों को पुनः बहाल करने की सिफारिश की है। इस पहल से ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा कर रहे हजारों भारतीय-अमरीकियों को लाभ मिल सकता है। भारतीय-अमरीकी अजय भूटोरिया ने कहा कि इसमें वर्ष 1992 से 2022 तक 2 लाख 30 हजार से अधिक अप्रयुक्त रोजगार-आधारित ग्रीन कार्डों को पुनः बहाल करना और इस श्रेणी के लिए एक लाख 40 हजार की वार्षिक सीमा के अलावा प्रत्येक वित्तीय वर्ष में इनको बढाना शामिल है। यह दस्तावेज अमेरिका में रह रहे प्रवासियों को जारी किया जाता है, जो इस बात का प्रमाण होता है कि कार्डधारक को स्थायी रूप से देश में रहने का विशेषाधिकार दिया गया है।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने किदुथानी परियोजना का दौरा किया। यह परियोजना तंजानिया के जांजीबार के तीस हजार घरों में पेयजल पहुंचाएगी। एक ट्वीट में डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत जांजीबार में छह परियोजनाओं का निर्माण कर रही है, जो दस लाख लोगों को पेयजल की सुविधा प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि भारत के प्रयासों के प्रति स्थानीय उत्साह सराहनीय है। डॉ. जयशंकर ने कहा कि समूचे अफ्रीका में भारत का योगदान आज एक सच्चाई है और यह बहुतों के जीवन को सुगम बना रहा है। डॉ. जयशंकर ने जांजीबार में स्टोन टाउन का भी दौरा किया और वहां के विशेष गुजरात संपर्क को अनुभव किया। उन्होंने आर्य समाज और श्रीशिव शक्ति मंदिरों का भी दर्शन किया। उन्होंने कहा कि समय की कसौटी पर परखा गया अफ्रीका और भारत का मिलाप एक समकालीन साझेदारी के रूप में उभर रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने दो डॉर्नियर विमान खरीदने के लिए हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड -एचएएल के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देने के लिये सरकार की मेक इन इन्डिया पहल के अंतर्गत ये विमान कानपुर में एचएएल के परिवहन विमान केंद्र में स्वदेशी रूप से तैयार किये जायेंगे। इस अनुबंध की राशि 4 सौ 58 करोड रूपये से अधिक है। इस विमान में शीशे की कॉकपिट, समुद्री गश्ती रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिक इन्फ्रारेड डिवाइस और मिशन प्रबन्ध प्रणाली जैसे आधुनिक सुविधाएं होगी। इस विमान को प्राप्त करके तटरक्षक बल की हवाई निगरानी क्षमता में वृद्धि की आशा है।
हाल ही में इज़रायल ने कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में जेनिन शरणार्थी शिविर में एक सैन्य अभियान शुरू किया, जो दूसरे फिलिस्तीनी विद्रोह (2000-2005) के दौरान किये गए व्यापक पैमाने के अभियानों जैसा था। इस ऑपरेशन का उद्देश्य हथियारों को नष्ट करना और ज़ब्त करना तथा विशिष्ट आतंकवादी समूहों को लक्षित करना था। इसमें लगभग 2,000 सैनिक शामिल थे और हमलों के लिये सैन्य ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। जेनिन शिविर ऐतिहासिक रूप से इज़रायल के कब्ज़े के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष का गढ़ और हिंसा का केंद्र बिंदु रहा है। जेनिन शरणार्थी शिविर एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर है जो उत्तरी वेस्ट बैंक के जेनिन क्षेत्र में स्थित है। वर्ष 1953 में स्थापित यह शिविर वर्ष 1948 के अरब-इज़रायल युद्ध के दौरान विस्थापित हुए फिलिस्तीनी शरणार्थियों को समायोजित करने हेतु बनाया गया था जिसे नकबा (अरबी में "तबाही") के रूप में भी जाना जाता है। यह शिविर वर्षों से फिलिस्तीनी आतंकवादियों और इज़रायली सेना के बीच निरंतर संगर्ष का स्थल भी रहा है। दूसरे फिलिस्तीनी विद्रोह, जिसे अल-अक्सा इंतिफादा (वर्ष 2000-2005) के नाम से भी जाना जाता है, के दौरान इस शिविर ने तब विशेष रूप से ध्यान आकर्षित किया था जब यह इज़रायली कब्ज़े के विरुद्ध सशस्त्र प्रतिरोध का गढ़ बन गया था। जेनिन शरणार्थी शिविर फिलिस्तीनी शरणार्थी मुद्दे तथा मौजूदा इज़रायल-फिलिस्तीन संघर्ष का प्रतीक बना हुआ है।
महाराष्ट्र में टमाटर उत्पादकों का मानना है कि टमाटर की फसल में गिरावट का कारण ककड़ी मोज़ेक वायरस (CMV) है, जबकि कर्नाटक और अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों में उत्पादक अपनी फसल के नुकसान के लिये टमाटर मोज़ेक वायरस (ToMV) को ज़िम्मेदार ठहराते हैं। पिछले तीन वर्षों के दौरान टमाटर उत्पादकों ने इन दो वायरसों से अधिक संक्रमण की शिकायत की है जिससे फसलों को आंशिक नुकसान हुआ है। ToMV विर्गाविरिडे परिवार से संबंधित है और मोज़ेक वायरस (TMV) से निकटता से संबंधित है। यह टमाटर, तंबाकू, मिर्च और कुछ सजावटी पौधों को संक्रमित करता है। इसकी पहचान सबसे पहले वर्ष 1935 में टमाटर में की गई थी।
नेचर जियोसाइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन आर्कटिक में ग्लेशियरों के विस्थापन का कारण बन रहा है जिससे मीथेन युक्त भूजल धाराएँ सामने आ रही हैं। आर्कटिक में नॉर्वेजियन द्वीपसमूह स्वालबार्ड में पाए जाने वाली ये धाराएँ वार्षिक 2,000 टन से अधिक मीथेन का उत्सर्जन कर रही हैं जो नॉर्वे के तेल एवं गैस उद्योग उत्सर्जन के 10% के बराबर है। जल में पूरे वर्ष पाई जाने वाली उच्च मीथेन सांद्रता ग्लेशियरों के नीचे मौजूद मीथेन की उपस्थिति को इंगित करती है। ये धाराएँ वैश्विक मीथेन बजट का हिस्सा नहीं हैं। वैश्विक मीथेन बजट उस मीथेन की मात्रा का अनुमान लगाता है जो उत्सर्जन स्रोतों से उत्पन्न तथा वातावरण में अवशोषित की गई है। भूजल धाराएँ प्राकृतिक घटना है जहाँ जल भूमिगत जलभृत से पृथ्वी की सतह पर निकलता है। ये सामान्यतः तब होता है जब जलभृत के भीतर दबाव बनता है जिससे जल चट्टानों में दरारों या छिद्रों से बहने लगता है।
यूक्रेन में ज़पोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र (NPP), जो वर्तमान में रूसी नियंत्रण में है, चल रहे संघर्ष के कारण सुरक्षा खतरों का सामना कर रहा है। हालाँकि बेलोना फाउंडेशन की एक वर्तमान रिपोर्ट इस बात पर प्रकाश डालती है कि ज़पोरिज़िया NPP में जोखिम और संभावित परिणाम चेर्नोबिल दुर्घटना जितने गंभीर होने की उम्मीद नहीं है। ज़पोरिज़िया यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। यह संपूर्ण यूक्रेनी NPP द्वारा उत्पादित कुल विद्युत का लगभग 40% हिस्से का उत्पादन करता है और यूक्रेन के वार्षिक विद्युत उत्पादन का पाँचवाँ हिस्सा है।
भारत में चीतों की आबादी के संरक्षण और विस्तार को सुनिश्चित करने के प्रयास में अधिकारियों ने मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान (KNP) से कुछ अफ्रीकी चीतों को उसी राज्य के गांधी सागर अभयारण्य में स्थानांतरित करने की योजना की घोषणा की है। KNP के वन्यजीव वार्डन ने कहा कि स्थानांतरण चीता एक्शन प्लान का कठोरता से पालन में किया जाएगा, जिसमें चीतों के लिये उपयुक्त आवासों की पहचान करना शामिल है। इस वर्ष की शुरुआत में 45 दिनों की अवधि के भीतर तीन चीतों की मौत के बाद चीतों को स्थानांतरित करने का निर्णय व्यापक भौगोलिक सीमा में चीतों को वितरित करने के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद आया है।
कोयला मंत्रालय के महानदी कोल फील्डस लिमिटेड ने वर्ष 2026 तक अपने 17,000 कर्मचारियों को सुरक्षा और परिचालन प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए वर्चुअल रिएलिटी (वीआर) आधारित कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किया है। कोल इंडिया की सहायक कंपनी ने कोयला खनिकों के कौशल उन्नयन के लिए ₹6.5,करोड़ का बजट निर्धारित किया है। सुरक्षित और लाभदायक खनन कार्यों की कुंजी के रूप में कुशल कार्यबल पर ज़ोर देते हुए एमसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि खनन क्षेत्र में नई तकनीक और अद्यतन प्रौद्योगिकी के प्रवेश से कदम ताल मिलाए रखने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों की मदद से नियमित प्रशिक्षण और कौशल के उन्नयन की आवश्यकता है। एमसीएल ने 2026 तक 300 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने और कोल इंडिया लिमिटेड को एक अरब टन उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने में सक्षम बनाने के लिए परिचालन गतिविधियों में शामिल कार्यबलों के तकनीकी कौशल को उन्नत करने की योजना बनाई है। श्रमिकों के वीआर आधारित प्रशिक्षण से लागत और समय की बचत होगी और प्रशिक्षुओं द्वारा प्राप्त कौशल पर स्वचालित निष्पक्ष प्रतिक्रिया भी प्राप्त होगी।
कोयला मंत्रालय के अंतर्गत नवरत्न कंपनी एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने जीईएम के दृष्टिकोण के अनुरूप ई-मार्केट कार्यप्रणालियों की विश्वसनीयता में सुधार में उत्कृष्ट योगदान के लिए वर्ष 2023 के लिए "समय पर भुगतान (सीपीएसई)" श्रेणी में जीईएम पुरस्कार प्राप्त किया। एनएलसीआईएल ने वर्ष 2017 में जीईएम पोर्टल पर पंजीकृत और ऑन-बोर्ड किया था। जीईएम खरीद में एनएलसीआईएल की वृद्धि वर्ष 2018-19 के दौरान 2.21 करोड़ रुपये के न्यून मूल्य से प्रारंभ होकर ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 984.93 करोड़ रुपये की प्रभावशाली वृद्धि के रूप में दर्ज की गई है। सरकारी ई-मार्केटप्लेस जीईएम एक समर्पित ई-मार्केट सेवा मंच, एक राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल है, जो विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं के विपणन के लिए भारत सरकार द्वारा शासित है।
मेटा, जिसे पहले फेसबुक के नाम से जाना जाता था, ने हाल ही में ट्विटर को टक्कर देने के लिए थ्रेड्स नामक एक नया ऐप विकसित किया है। हालाँकि, नियामक चिंताओं के कारण यूरोपीय संघ (EU) में इस ऐप का लॉन्च स्थगित कर दिया गया है। मेटा का थ्रेड्स ऐप, जिसे चर्चाओं और सामुदायिक जुड़ाव के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, वर्तमान में ईयू में लॉन्च नहीं किया जा रहा है। कंपनी का यह निर्णय DMA के अनुपालन के संबंध में नियामक चिंताओं से उपजा है, जो बड़े डिजिटल प्लेटफार्मों के प्रभुत्व को संबोधित करने और डिजिटल बाजार के भीतर निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए पेश किया गया एक ढांचा है।
अंटार्कटिका में टेलर ग्लेशियर पर ‘ब्लड फॉल्स’ (Blood Falls) की आश्चर्यजनक घटना ने वैज्ञानिकों को आश्चर्यचकित कर दिया है। 1911 में खोजी गई, ग्लेशियर से बहने वाली लाल रंग की लार ने शोधकर्ताओं को लंबे समय तक हैरान किया है। हालाँकि, हाल की सफलताओं ने रहस्यमय लाल रंग और इस मनोरम प्राकृतिक घटना के पीछे के अंतर्निहित कारणों पर प्रकाश डाला है। मंत्रमुग्ध कर देने वाले ‘ब्लड फॉल्स’ के लिए जिम्मेदार ग्लेशियर को टेलर ग्लेशियर (Taylor Glacier) के नाम से जाना जाता है। इसकी ‘रक्तस्राव’ की घटना को पहली बार 1911 में अंटार्कटिका में एक ब्रिटिश अभियान के दौरान देखा और प्रलेखित किया गया था। तब से वैज्ञानिकों ने इस मनोरम प्राकृतिक आश्चर्य के रहस्यों को जानने के लिए अपने प्रयास समर्पित कर दिए हैं। सावधानीपूर्वक शोध के माध्यम से, जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के सामग्री वैज्ञानिकों ने एक अभूतपूर्व खोज की। ब्लड फॉल्स में लाल रंग ग्लेशियर के भीतर लौह-समृद्ध नैनोस्फियर की उपस्थिति के कारण होता है। इन छोटे कणों का पहले उनकी गैर-खनिज प्रकृति के कारण पता नहीं चल पाया था, जिससे लाल लार के स्रोत को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी।
विश्व ज़ूनोज़ दिवस 6 जुलाई को मनाया जाता है। फ्रेंच केमिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट लुई पाश्चर ने 6 जुलाई, 1885 को रेबीज वायरस के खिलाफ पहले टीकाकरण का सफलतापूर्वक इजात किया था। रेबीज वायरस एक ज़ूनोटिक बीमारी है और प्रजातियों के माध्यम से फैलने के लिए जाना जाता है। ज़ूनोसिस एक ऐसा संक्रामक रोग है, जो दो प्रजातियों के बीच फैल सकता है। आसान भाषा में कहें, तो यह जानवरों से इंसानों में या फिर इंसानों से जानवरों में फैलने वाला रोग है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, ज़ूनोटिक रोगज़नक़ बैक्टीरिया, वायरल या पैरासाइटिक हो सकते हैं। इसके अलावा ये सीधे संपर्क में आने, खाने के जरिए या फिर पानी और पर्यावरण के माध्यम से भी इंसानों में फैल सकते हैं।
7 जुलाई को विश्व स्वाहिली भाषा दिवस है। उप सहारा अफ्रीका की यह भाषा विश्व की 10 सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। तंजानिया, केन्या, मोजाम्बिक, युगांडा और अफ्रीका के पूर्वी तट पर बीस करोड से अधिक लोग यह भाषा बोलते हैं। स्वाहिली अफ़्रीकी संघ की आधिकारिक भाषा भी है। संयुक्त राष्ट्र ने इस भाषा के वैश्विक महत्व को देखते हुए 7 जुलाई को विश्व स्वाहिली दिवस घोषित किया है। आकाशवाणी का विदेश प्रसारण प्रभाग दुनिया भर में अफ्रीकी समुदाय तक पहुंचने के लिए मई 1943 से स्वाहिली भाषा में दैनिक कार्यक्रम प्रसारित कर रहा है।
प्रसिद्ध चित्रकार और मूर्तिकार नंबूथिरी का मलप्पुरम जिले के कोट्टक्कल के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 97 वर्ष के थे। अपनी रेखा कला और तांबे के राहत कार्यों के लिए प्रसिद्ध जाने-माने साहित्यकार नंबूथिरी ने थकाज़ी शिवशंकर पिल्लई, एमटी वासुदेवन नायर, उरूब और एसके पोट्टक्कड़ सहित कई अग्रणी मलयालम लेखकों के लिए चित्रण किया। उनके कार्यों में परंपरा तक आधुनिकता का मिश्रण था, जो अतीत और वर्तमान को सहजता से जोड़ता था। उन्हें केरल ललिता कला अकादमी के राजा रवि वर्मा पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशक के लिए केरल राज्य फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महान कमांडर परिमल कुमार घोष, जो कथित तौर पर 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानियों की मदद करने वाले पहले भारतीय सैन्य अधिकारी थे, ने नई दिल्ली में अंतिम सांस ली। बांग्लादेश के लोग उन्हें महान भारतीय कमांडरों में से एक मानते हैं जिन्होंने बांग्लादेश के लिए लडाई लडी। लोगों का यह भी मानना है कि मुक्ति वाहिनी के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। बांग्लादेश मुक्ति आन्दोलन की शुरूआत के समय घोष त्रिपुरा में तैनात सीमा सुरक्षा बल की 92वें वी. बटालियन के कमांडरों में से एक थे। उन्होंने कहा था कि वे पाकिस्तानी सेना द्वारा मार्च 1971 में बंगालियों पर किए गए अत्याचार और आतंक से दुखी थे।
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