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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगभग 5500 करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें प्रयागराज में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 10 नए रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) या फ्लाईओवर, स्थायी घाट तथा रिवरफ्रंट सड़कें जैसी विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाएं शामिल हैं। स्वच्छ और निर्मल गंगा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री ने गंगा नदी की ओर जाने वाले छोटे नालों को रोकने, मोड़ने और उनकी सफाई करने की परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। उन्होंने पेयजल और बिजली से संबंधित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने प्रमुख मंदिर गलियारों का उद्घाटन किया जिसमें भारद्वाज आश्रम गलियारा, श्रृंगवेरपुर धाम गलियारा, अक्षयवट गलियारा, हनुमान मंदिर गलियारा आदि शामिल हैं। इन परियोजनाओं से मंदिरों तक श्रद्धालुओं की पहुंच आसान होगी और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कुंभ सहायक चैटबॉट लॉन्च किया जो महाकुंभ मेला 2025 में श्रद्धालुओं को कार्यक्रमों के बारे में मार्गदर्शन और अपडेट प्रदान करेगा। आपको बता दें, हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाला महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी को शुरू होगा और 26 फरवरी, 2025 को समाप्त होगा। मुख्य स्नान उत्सव, जिसे “शाही स्नान” (शाही स्नान) के रूप में जाना जाता है, 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या), और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को होगा।
सरकार की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल को बढ़ावा देते हुए संबंधित उपकरणों के साथ 12 सुखोई-30एमकेआई विमानों की खरीद के लिए रक्षा मंत्रालय और मेसर्स हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के बीच 12.12.2024 एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। करों और शुल्क सहित इस खरीद की अनुमानित लागत 13,500 करोड़ रुपये है। विमान में 62.6% स्वदेशी उपकरण और सामग्री होगी। स्वदेशीकरण को बढ़ावा देते हुए ये उपकरण भारतीय रक्षा उद्योग द्वारा निर्मित किये जाएंगे। इन विमानों का निर्माण एचएएल के नासिक डिवीजन के द्वारा किया जाएगा। इन विमानों की आपूर्ति से भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता बढ़ेगी और देश की रक्षा तैयारियां मजबूत होंगी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 12 दिसंबर को देहरादून में 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो 2024 का उद्घाटन किया। इसका आयोजन हर 2 साल में किया जाता है। पहला आयुर्वेद सम्मेलन 2002 में केरल के कोच्चि में हुआ था। इस चार-दिवसीय कार्यक्रम में 5,500 से ज्यादा भारतीय प्रतिनिधियों के अलावा 54 देशों के 350 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसमें आयोजन में पूर्ण सत्रों के अलावा 150 से ज्यादा साइंटिफिक सेशन एवं 13 अन्य कार्यक्रम होंगे। इस दौरान मॉडर्न टेक्नोलॉजी के आयुर्वेद को आगे बढ़ाने की क्षमता पर चर्चा की जाएगी। विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो 2024 का आयोजन केंद्रीय आयुष मंत्रालय और विश्व आयुर्वेद फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। इस साल की थीम 'डिजिटल स्वास्थ्य- आयुर्वेद का एक परिप्रेक्ष्य' है। डिजिटल स्वास्थ्य का मतलब स्वास्थ्य सेवा में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से है। विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो का 9वां संस्करण 8-11 दिसंबर, 2022 तक गोवा में आयोजित किया गया था।
भारत ने अब हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की मारक दूरी बढ़ाने की तकनीक हासिल कर ली है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने शुक्रवार को ओडिशा तट पर चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) में सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट (एसएफडीआर) का अंतिम परीक्षण किया, जो पूरी तरह सफल रहा है। स्वदेशी रूप से विकसित यह तकनीक भारत को लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल विकसित करने में मदद करेगी। एसएफडीआर को हैदराबाद की रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला ने डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं जैसे हैदराबाद की अनुसंधान केंद्र इमारत और पुणे की उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला के सहयोग से विकसित किया गया है। एसएफडीआर का विकास 2013 में शुरू हुआ और वास्तविक प्रदर्शन शुरू करने के लिए पांच साल की समय सीमा तय की गई। मिसाइल का ग्राउंड आधारित परीक्षण 2017 में शुरू हुआ था। सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट का पहला परीक्षण 30 मई, 2018 को किया गया था। रक्षा वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि भारत लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित करने वाला पहला देश है, जो ध्वनि की गति से आठ गुना अधिक गति से यात्रा कर सकती है और वैश्विक रक्षा प्रौद्योगिकी में एक गेम-चेंजर है, जो किसी अन्य देश के पास नहीं है। डीआरडीओ ने हाल ही में देश की पहली लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया, जो लगभग 3 किमी प्रति सेकंड की गति से 1,500 किमी से अधिक दूरी तक पारंपरिक और परमाणु दोनों तरह के हथियार ले जा सकती है।
यूरोपीय आणविक जीव-विज्ञान संगठन (ईएमबीओ) ने 12 दिसंबर 2024 को ईएमबीओ ग्लोबल इन्वेस्टिगेटर नेटवर्क के सबसे नए सदस्यों के रूप में ग्यारह जीव वैज्ञानिकों के चयन की घोषणा की है। ग्यारह नए ईएमबीओ ग्लोबल इन्वेस्टिगेटर में से पांच भारत में स्थित हैं और उनमें से दो क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी) फरीदाबाद से हैं। आरसीबी में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत डॉ. प्रेम कौशल और डॉ. राजेंद्र मोतियानी को ईएमबीओ ग्लोबल इन्वेस्टिगेटर नेटवर्क के लिए चुना गया है। डॉ. प्रेम कौशल का शोध रोगजनक सूक्ष्मजीवों, माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस और एंटामोइबा हिस्टोलिटिका में प्रोटीन संश्लेषण पर केंद्रित है, जबकि डॉ. राजेंद्र मोतियानी का शोध त्वचा रंजकता में कैल्शियम संचालित इंटर-ऑर्गेनल क्रॉसटॉक की भूमिका को समझने पर केंद्रित है। ईएमबीओ ग्लोबल इन्वेस्टिगेटर नेटवर्क चिली, भारत, सिंगापुर और ताइवान में युवा समूह के प्रमुखों का समर्थन करता है। नए वैश्विक अन्वेषणकर्ता लगभग 800 वर्तमान और पूर्व ईएमबीओ ग्लोबल इन्वेस्टिगेटर, युवा अन्वेषणकर्ता और इंस्टॉलेशन ग्रांटियों के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का अंग बनेंगे और जनवरी 2025 से अपना कार्य प्रारंभ करेंगे। क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी) भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा स्थापित एक शैक्षणिक संस्थान है, जिसकी स्थापना यूनेस्को के कार्यक्रमों के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए क्षेत्रीय और वैश्विक भागीदारी के साथ श्रेणी II केंद्र के रूप में की गई है।
अमेरिकी बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने वर्ष 2024 के लिए दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची जारी की है। फोर्ब्स की 21वीं सूची में तीन भारतीय महिलाओं के नाम हैं, जिसमें निर्मला सीतारमण, रोशनी नादर मल्होत्रा और किरण मजूमदार-शॉ हैं। सूची में उद्योग, मनोरंजन, राजनीतिक, समाज सेवा और नीति नियंताओं के नाम शामिल हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फोर्ब्स की इस सूची में 28वें स्थान पर हैं। निर्मला सीतारमण ने मई 2019 में केंद्रीय वित्त मंत्री का पद संभाला था और उसके बाद से लगातार इस अहम पद पर बनी हुई हैं। दिग्गज भारतीय बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन और एचसीएल कॉरपोरेशन की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोशनी नदार मल्होत्रा को फोर्ब्स ने दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की इस सूची में 81वां स्थान दिया है। किरन मजूमदार शॉ को फोर्ब्स की दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की 21वीं सूची में 82वां स्थान दिया गया है। किरन मजूमदार बायोटेक कंपनी बायोकॉन की संस्थापक और चेयरपर्सन हैं। बायोकॉन की अमेरिका, एशिया के विभिन्न बाजारों समेत दुनियाभर में पहुंच है।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि भारत के विमानन क्षेत्र में पिछले 10 साल में तीव्र वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि अब सरकार का लक्ष्य देश को शीर्ष घरेलू विमानन केंद्र बनाना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हवाई अड्डों पर किफायती ‘उड़ान यात्री कैफे’ शुरू करेगी। उड़ान यात्री कैफे’ 21 दिसंबर से कोलकाता एयरपोर्ट से शुरू किया जाएगा। कोलकाता के बाद इस उड़ान यात्री कैफे को फिर देशभर के एयरपोर्ट पर खोला जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार एयरपोर्ट पर हवाई यात्रा को अधिक किफायती और समावेशी बनाने पर काम कर रही है।
वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने 6 दिसंबर, 2024 को एनडीटीएल, नई दिल्ली को वाडा की एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाई (एपीएमयू) के रूप में एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (एबीपी) का प्रबंधन करने की स्वीकृति दे दी है। एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (एबीपी) एक उन्नत एंटी-डोपिंग उपकरण है, जो समय के साथ एथलीट के जैविक मार्करों की निगरानी करता है। रक्त और स्टेरॉयड प्रोफाइल जैसे मापदंडों में भिन्नता का विश्लेषण करके, एबीपी खेलों में निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करने और स्वच्छ एथलीटों की रक्षा करने में मदद करता है। यह उपलब्धि भारत के लिए एंटी-डोपिंग संबंधी पहल को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण है। अब, भारत दुनिया भर में वाडा द्वारा अनुमोदित 17 एपीएमयू के समूह का हिस्सा है। भारत का एपीएमयू देश के साथ-साथ पड़ोसी देशों के एंटी-डोपिंग संगठनों की भी सेवा करेगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण राजमार्गों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए राजमार्ग साथी नामक उन्नत नए रूट पेट्रोलिंग वाहन शुरू करने की योजना बना रहा है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने कहा कि ये वाहन आपातकालीन स्थिति की निगरानी और प्रतिक्रिया के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के खंडों का निरीक्षण करेंगे। इस वाहन में बंद कैबिनेट और एआई-सक्षम डैशबोर्ड कैमरे होंगे। ये वाहन यातायात व्यवधान कम करने, सड़क सुरक्षा में सुधार करने और राष्ट्रीय राजमार्गों पर समग्र सड़क उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने के लिए उन्नत संचार और सुरक्षा उपकरणों से लैस होंगे।
ग्वालियर में एशिया का पहला जियो साइंस म्यूजियम तैयार किया है। इसे जियो लॉजिकल सर्वे आफ इंडिया ने बनाया है। उपराष्ट्रपति जयदीप धनखड़ 15 दिसंबर को म्यूजियम का लोकार्पण करेंगे। इसे करीब 25 करोड़ की लागत से दो गैलरी को पर्यटकों के लिए तैयार किया गया है। यहां पर्यटकों को भूकंप और ज्वालामुखी कैसे फटता है जैसे अनुभव होंगे और डायनासोर का अंडा सहित कई कीमती वस्तुएं देखने को मिलेंगी।
केंद्रीय क्षेत्र योजना के तहत 10,000 एफपीओ सहित किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को महत्वपूर्ण कृषि इनपुट का प्रावधान सुनिश्चित करने के लिए सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड और इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। भारत सरकार की केंद्रीय क्षेत्र योजना "10,000 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन और संवर्धन" के लिए 2020 में शुरू की गई। इसका उद्देश्य किसानों को मजबूत करना, उत्पादन लागत को कम करना और कृषि उपज के एकत्रीकरण के माध्यम से आय में वृद्धि करना है।
थ्री डी इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस लिमिटेड (थ्री डीआईएस) और इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), भारत सरकार के तहत एक प्रमुख अनुसंधान एवं विकास संगठन सोसाइटी फॉर एप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च (एसएएमईआर) ने आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के साथ रणनीतिक एवं नागरिक हवाई अड्डे के संचालन, संचार प्रणालियों और सुरक्षा संबंधी उपकरणों में तेजी से बढ़ते भारतीय बाजार की प्रमुख चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी की है। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने 15 अगस्त 2022 को मंथन प्लेटफॉर्म का शुभारम्भ किया था। यह भारत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न हितधारकों के बीच साझेदारी के परिणामों के सामने लाने, पोषण और उत्सव मनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पेरिस 2024 ओलंपिक रजत पदक विजेता नीरज चोपड़ा और विश्व एथलेटिक्स महिला फील्ड इवेंट एथलीट ऑफ द ईयर यूक्रेन की यारोस्लावा महुचिख उन 23 एथलीटों में शामिल हैं जिनकी प्रतियोगिता कलाकृतियों को विश्व एथलेटिक्स विरासत संग्रह में शामिल किया गया। विश्व एथलेटिक्स संग्रहालय (एमओडब्ल्यूए) एथलीटों की कलाकृतियों को ऑनलाइन 3डी प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित करेगा। महुचिख ने जुलाई में स्टेड चार्लेटी में पेरिस डायमंड लीग में 2.10 मीटर की छलांग के साथ लंबे समय से चले आ रहे विश्व हाई जंप रिकॉर्ड को तोड़ा और अगस्त में स्टेड डी फ्रांस में ओलंपिक खिताब जीता। उन्होंने अपना पेरिस ओलंपिक सिंगलेट, नाम बिब और शॉर्ट्स एमओडब्ल्यूए को दान कर दिया है। महुचिख ने मोनाको में विश्व एथलेटिक्स पुरस्कार 2024 में भाग लेने के दौरान कोए को ये आइटम भेंट किए। लाफॉन्ड, जिन्होंने पेरिस में ओलंपिक ट्रिपल जंप का खिताब 15.02 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ जीता था और डोमिनिका की किसी भी खेल में पहली ओलंपिक पदक विजेता बनी थीं, ने पेरिस में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान पहनी गई क्रॉप टॉप को इस संग्रह में शामिल किया है। टोक्यो खेलों में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर एथलेटिक्स में भारत का पहला ओलंपिक खिताब जीतने वाले नीरज ने पेरिस 2024 में पहनी गई प्रतियोगिता टी-शर्ट दान कर दी है। 89.45 मीटर के अपने दूसरे दौर के थ्रो के साथ, चोपड़ा ने अरशद नदीम के पीछे रजत पदक हासिल किया, जिन्होंने 92.97 मीटर का ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था।
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