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20 January 2025

केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्‍णव स्विट्जरलैंड के दाउस में शुरू हो रहे विश्‍व आर्थिक मंच 2025 में भाग लेंगे

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव 20 जनवरी से स्विट्जरलैंड के दावोस में शुरू होने वाले वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह आयोजन भारत के समावेशी विकास और डिजिटल परिवर्तन को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2025 में 130 से अधिक देशों के लगभग 3,000 वैश्विक नेता हिस्सा लेंगे। इस बार भारत की ओर से पांच केंद्रीय मंत्री, तीन मुख्यमंत्री और अन्य राज्यों के कई मंत्री इसमें शामिल होंगे। यह पांच दिवसीय बैठक आर्थिक विकास को तेज करने, नई तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ाने और सामाजिक और आर्थिक स्थिरता को मजबूत करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित होगी। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्‍णव, जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू, खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान तथा कौशल विकास और उद्यमिता राज्‍यमंत्री जयंत चौधरी के साथ भारतीय शिष्‍टमंडल का नेतृत्‍व करेंगे।

नृपेंद्र मिश्रा फिर से पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी के अध्यक्ष नियुक्त

भारत सरकार ने प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी की कार्यकारी परिषद का पुनर्गठन किया है तथा नृपेंद्र मिश्रा को सोसाइटी की कार्यकारी परिषद का अध्यक्ष पुनः नियुक्त किया है। कार्यकारी परिषद प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसायटी की स्थापना भारत सरकार द्वारा 1 अप्रैल 1966 को नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय के प्रबंधन के लिए की गई थी, जिसे अब प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय के नाम से जाना जाता है। यह ऐतिहासिक तीन मूर्ति परिसर, नई दिल्ली में स्थित है। यह पहले भारत के कमांडर इन चीफ का निवास स्थान था। अगस्त 1948 में यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास बन गया और उनकी मृत्यु तक ऐसा ही रहा। 1964 में उनकी मृत्यु के बाद, भारत सरकार ने इस स्थान को जवाहर लाल नेहरू को समर्पित संग्रहालय में बदलने का निर्णय लिया। नवंबर 1964 में राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन ने तीन मूर्ति में नेहरू स्मारक संग्रहालय का उद्घाटन किया। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू संग्रहालय एवं पुस्तकालय को भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक राष्ट्रीय संग्रहालय में परिवर्तित करने का प्रस्ताव रखा था। भारत के 15 प्रधानमंत्रियों को समर्पित प्रधानमंत्री संग्रहालय 21 अप्रैल 2022 को जनता के लिए खोल दिया गया। 2023 में इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय कर दिया गया।

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मुंबई में भारत के अपने तरह के पहले सीएसआईआर मेगा ‘‘इनोवेशन कॉम्प्लेक्स’’ का उद्घाटन किया

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 17 जनवरी को वर्चुअल मोड के माध्यम से मुंबई में भारत के अपनी तरह के पहले सीएसआईआर मेगा ‘‘इनोवेशन कॉम्प्लेक्स’’ का उद्घाटन किया और इसे स्टार्टअप्स और उद्योगजगत के हितधारकों को समर्पित किया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा उद्घाटन किया गया मुंबई का नया इनोवेशन कॉम्प्लेक्स, नौ मंजिलों में फैला एक विशाल अत्याधुनिक परिसर है, जिसमें 24 ‘‘रेडी टू मूव’’ वाली इनक्यूबेशन प्रयोगशालाएं हैं, साथ ही नवोन्मेषी स्टार्टअप, एमएसएमई, उद्योग और सीएसआईआर प्रयोगशालाओं के लिए सुसज्जित कार्यालय और नेटवर्किंग स्थान भी हैं। यह मेगा सुविधा सीएसआईआर प्रयोगशालाओं, स्टार्टअप, एमएसएमई और उद्योग सहित हितधारकों को नियामक प्रस्तुतियां और अनुपालन के लिए आवश्यक एसओपी-संचालित अध्ययनों के लिए उच्च-स्तरीय वैज्ञानिक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर, विशेषज्ञता और नियामक सहायता प्रदान करेगी।

रामन अनुसंधान संस्‍थान के संकाय को गेट्स-कैम्ब्रिज इम्पैक्ट पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया

रामन अनुसंधान संस्‍थान यानी रामन रिसर्च इंस्टीट्यूट (आरआरआई) में प्रकाश और पदार्थ भौतिकी विषय की संकाय सदस्य प्रोफेसर उर्वशी सिन्हा को ब्रिटेन के कैम्ब्रिज स्थित बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा गेट्स-कैम्ब्रिज इम्पैक्ट पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। प्रो. सिन्हा क्वांटम फंडामेंटल्स और टेक्नोलॉजी दोनों में अनुसंधानकर्ता हैं तथा वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थान आरआरआई में क्वांटम सूचना और कंप्यूटिंग लैब की प्रमुख हैं। उनकी लैब भारत में सबसे पहले प्रयोगशालाओं में से एक थी, जिसने क्वांटम संचार, क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम ऑप्टिक्स और क्वांटम फंडामेंटल्स और सूचना प्रक्रिया जैसे अनेक क्षेत्रों में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए हेराल्डेड और एंटैंगल्ड फोटॉन स्रोतों का निर्माण और उपयोग स्थापित किया। उन्हें भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विज्ञान युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलगरी, कनाडा में फोटोनिक क्वांटम साइंस एंड टेक्नोलॉजीज में कनाडा एक्सीलेंस रिसर्च चेयर (सीईआरसी) की प्राप्तकर्ता भी हैं।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में NDRF के 20वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 20वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। श्री अमित शाह ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM) के दक्षिणी परिसर, NDRF की 10वीं वाहिनी तथा Regional Response Centre के सुपौल परिसर सहित लगभग 220 करोड़ रूपए लागत की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। गृह मंत्री ने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में नई ‘इंटीग्रेटेड शूटिंग रेंज’ का शिलान्यास और तिरूपति में राज्य सरकार की क्षेत्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भवन का भी उद्घाटन किया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एनडीआरएफ की स्थापना वर्ष 2006 में आपादा प्रबंधन अधिनियम 2006 के तहत की गई थी। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) का ध्येय वाक्य “आपदा सेवा सदैव सर्वत्र” है।

पूर्वी भारत की पहली खगोलीय वेधशाला का बंगाल में उद्घाटन

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तहत पूर्वी भारत की पहली और देश की छठी खगोलीय वेधशाला का उद्घाटन पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के गरपंचकोट क्षेत्र के पंचेत पहाड़ी पर किया गया। यह लद्दाख, नैनीताल (उत्तराखंड), माउंट आबू (राजस्थान), पुणे में गुरबानी हिल्स और तमिलनाडु में कवलूर के बाद भारत में छठी ऐसी वेधशाला है। गरपंचकोट पहाड़ियों में स्थापित वेधशाला का नाम प्रसिद्ध वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस के नाम पर रखा गया है। वेधशाला की स्थापना कोलकाता स्थित सत्येंद्र नाथ बोस राष्ट्रीय मूल विज्ञान केंद्र द्वारा की गई है। सत्येंद्र नाथ बोस राष्ट्रीय आधारभूत विज्ञान केंद्र ने वेधशाला चलाने और संसाधनों को साझा करने के लिए सिद्धू कानू बिरसा विश्वविद्यालय,पुरुलिया के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। सत्येंद्र नाथ बोस राष्ट्रीय मूल विज्ञान केंद्र की स्थापना 1986 में भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा की गई थी। यह देश में मूल विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी वैज्ञानिक अनुसंधान और विकास संस्थान है।

भारत ने ड्रोन रोधी माइक्रो मिसाइल सिस्टम भार्गवस्त्र का परीक्षण किया

स्वदेशी रूप से विकसित माइक्रो मिसाइल सिस्टम भार्गवस्त्र का 12 और 13 जनवरी को गोपालपुर सीवार्ड फायरिंग रेंज में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। भारतीय सेना की वायु रक्षा और निर्देशित मिसाइल स्कूल और केंद्र गोपालपुर, ओडिशा में स्थित है। सूक्ष्म मिसाइल प्रणाली को झुंड ड्रोन हमले के खतरे का मुकाबला करने के लिए विकसित किया गया है। सफल परीक्षण वरिष्ठ सेना अधिकारियों की मौजूदगी में किए गए। हालांकि ,भार्गवस्त्र को अभी भारतीय सेना में शामिल नहीं किया गया है क्योंकि इस प्रणाली को और परीक्षणों से गुजरना है और सेना द्वारा प्रणाली को मंजूरी दिए जाने के बाद भारत सरकार इसे शामिल करने या न करने का अंतिम फैसला करेगी। भार्गवस्त्र को नागपुर स्थित सोलर ग्रुप की सहायक कंपनी इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड (ईईएल) द्वारा विकसित किया गया है।

पिक्सल ने स्पेसएक्स रॉकेट के द्वारा भारत का पहला निजी उपग्रह समूह प्रक्षेपित किया

गूगल समर्थित भारतीय अंतरिक्ष स्टार्ट-अप कंपनी पिक्सल,14 जनवरी (भारत में 15 जनवरी) 2025 को स्पेस एक्स रॉकेट के द्वारा फायरफ्लाई नामक अपना वाणिज्यिक उपग्रह तारामंडल प्रक्षेपित करने वाली पहली भारतीय निजी कंपनी बन गई है। इस उड़ान में स्पेसएक्स रॉकेट ने एक अन्य भारतीय अंतरिक्ष कंपनी दिगंतारा द्वारा बनाई गई दुनिया की पहली व्यावसायिक उपग्रह-जो अंतरिक्ष वस्तुओं की निगरानी करेगा- को भी प्रक्षेपित किया। पिक्सेल और दिगंतारा के दोनों उपग्रहों को एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा प्रक्षेपित किया गया। उपग्रहों को संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से फाल्कन 9 रॉकेट पर, स्पेसएक्स के ट्रांसपोर्टर-12 राइडशेयर मिशन द्वारा प्रक्षेपित किया गया। बेंगलुरु स्थित पिक्सल कंपनी फायरफ्लाई तारामंडल नामक दुनिया का सबसे उच्च-रिज़ॉल्यूशन हाइपरस्पेक्ट्रल उपग्रह तारामंडल बना रही है। इन उपग्रहों को लगभग 550 किलोमीटर की दूरी पर सूर्य-समकालिक कक्षा में रखा जाएगा। जब कंपनी यह सेवा देना शुरू करेगी तो यह उपभोक्ताओं को हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग उपग्रह सेवा देने वाली भारत की पहली निजी कंपनी होगी। फायरफ्लाई तारामंडल कृषि, खनन, पर्यावरण निगरानी और रक्षा क्षेत्र में लगी कंपनियों के लिए फायदेमंद होगा।

भारतीय सेना ने ‘डेविल स्ट्राइक’ अभ्यास किया

भारतीय सशस्त्र बल ने 16 से 19 जनवरी 2025 तक एक बड़ा सैन्य अभ्यास, “एक्सरसाइज डेविल स्ट्राइक”, आयोजित किया। भारतीय सेना के नेतृत्व में आयोजित इस अभ्यास का उद्देश्य बलों की युद्ध तत्परता को बढ़ाना है, जिसमें उच्च-तीव्रता वाली युद्ध संचालन की सिमुलेशन की जाएगी। इस अभ्यास में उन्नत रणनीतियों और नवीनतम युद्ध तकनीकों को शामिल किया जाएगा ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत किया जा सके और बाहरी खतरों से प्रभावी रक्षा सुनिश्चित की जा सके।

भारत के लोकपाल ने प्रथम स्थापना दिवस मनाया

16 जनवरी, 2025 को भारत के लोकपाल ने नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में अपना पहला स्थापना दिवस मनाया, जो लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम, 2013 के तहत 16 जनवरी, 2014 को अपनी स्थापना के 11 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। लोकपाल के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर ने इस संस्था की उत्पत्ति पर प्रकाश डाला, जो भ्रष्टाचार से निपटने के लिए लोकपाल की वकालत करने वाले एक परिवर्तनकारी नागरिक समाज आंदोलन से उत्पन्न हुई है।

चीन ने पाकिस्तान का उपग्रह अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया

17 जनवरी, 2025 को चीन ने जिउक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से पाकिस्तान के पहले स्वदेशी इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल (EO-1) उपग्रह, PRSC-EO1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया । इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर का उपयोग करके पृथ्वी अवलोकन डेटा एकत्र करने के लिए डिज़ाइन किए गए इस उपग्रह को लॉन्ग मार्च-2D वाहक रॉकेट द्वारा बीजिंग समयानुसार दोपहर 12:07 बजे अपनी नियोजित कक्षा में स्थापित किया गया।

कैबिनेट ने कर्ज में डूबी RINL के लिए 11,440 करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL), जिसे आमतौर पर विजाग स्टील के रूप में जाना जाता है, को पुनर्जीवित करने के लिए 11,440 करोड़ रुपये के पर्याप्त पैकेज को मंजूरी दी है, ताकि इसकी महत्वपूर्ण वित्तीय चुनौतियों का समाधान किया जा सके। इस रणनीतिक हस्तक्षेप का उद्देश्य RINL में इक्विटी पूंजी के रूप में ₹10,300 करोड़ डालना और इसके कार्यशील पूंजी ऋणों में से ₹1,140 करोड़ को 7% गैर-संचयी वरीयता शेयर पूंजी में बदलना है, जिसे एक दशक बाद भुनाया जा सकेगा। इस पहल से आरआईएनएल के कई लंबे समय से चल रहे परिचालन संबंधी मुद्दों के समाधान की उम्मीद है।

महाकुंभ 2025: ‘एक थाली, एक थैला’ अभियान शुरू किया गया

महाकुंभ 2025 को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने “वन प्लेट, वन बैग” अभियान की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य इस विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को प्लास्टिक मुक्त बनाना है। अभियान के तहत कपड़े के बैग और स्टील की प्लेटें व गिलास वितरित किए जा रहे हैं, जो प्लास्टिक के विकल्प के रूप में उपयोग किए जाएंगे। मकर संक्रांति और महाकुंभ के पहले ‘अमृत स्नान’ (14 जनवरी) के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भक्तों को शुभकामनाएं देते हुए पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को अपनाने की अपील की।

सरकार ने युद्धक्षेत्र पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ऐप लॉन्च किया

नागरिकों को भारत के सशस्त्र बलों के वीरतापूर्ण इतिहास से जोड़ने की एक महत्वपूर्ण पहल में, सरकार ने 15 जनवरी, 2025 को पुणे, महाराष्ट्र में सेना दिवस समारोह के साथ “भारत रणभूमि दर्शन” ऐप और वेबसाइट लॉन्च की है। रक्षा, पर्यटन और भारतीय सेना मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित, यह ऐप नागरिकों को 1962, 1971 और 1999 के युद्धों सहित प्रमुख युद्धक्षेत्र स्थानों और सियाचिन बेस कैंप और गलवान घाटी जैसे महत्वपूर्ण संघर्ष क्षेत्रों में जाने की अनुमति देता है। इस प्रयास का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों को पर्यटन केंद्रों में बदलना है, जिससे नागरिकों को भारत के सैन्य इतिहास और उसके सैनिकों के बलिदान से और अधिक निकटता से जुड़ने का अवसर मिले।

महाकुंभ में स्थापित हुआ विश्व का सबसे बड़ा महामृत्युंजय यंत्र

प्रयागराज महाकुंभ में दुनिया का सबसे बड़ा और भव्य महामृत्युंजय यंत्र स्थापित किया गया है। यह महामृत्युंजय यंत्र 52 फीट लंबा, 52 फीट चौड़ा और 52 फीट ऊंचा भी है। इस महामृत्युंजय यंत्र के जरिए महाकुंभ के सुरक्षित और सकुशल संपन्न होने, यहां आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं पर भगवान भोलेनाथ की कृपा बरसने और उनके निरोगी व दीर्घायु होने की कामना की जा रही है। यंत्र स्थापना के साथ ही यहां चौबीसों घंटे महामृत्युंजय का महायज्ञ किया जा रहा है। यज्ञ में आहुति डालने और महामृत्युंजय यंत्र के दर्शन करने के लिए रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आ रहे हैं।

कनुमा पांडुगा 2025

कनुमा पंडुगा दक्षिण भारत के राज्यों, विशेष रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो संक्रांति त्योहार के साथ जुड़ा हुआ है। यह मकर संक्रांति के अगले दिन (15 जनवरी 2025) पड़ता है और पशुओं, विशेष रूप से गायों और बैलों, के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए समर्पित होता है।

NPCI ने यूएई में यूपीआई की स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए मैग्नाटी के साथ की साझेदारी

NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL), जो भारत के नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की अंतरराष्ट्रीय शाखा है, ने यूएई स्थित फिनटेक कंपनी Magnati के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारतीय यात्रियों के लिए यूएई में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेन-देन को सक्षम करना है। इस सहयोग से UPI को यूएई के पेमेंट इकोसिस्टम में एकीकृत किया जाएगा, जिससे भारतीय आगंतुक अपनी पसंदीदा भुगतान विधि का उपयोग बिना किसी परेशानी के कर सकेंगे।

ओडिशा-सिंगापुर समझौता ज्ञापन: भुवनेश्वर में फिनटेक हब का शुभारंभ

ओडिशा सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी विभाग ने भुवनेश्वर में एक वैश्विक योग्यता केंद्र स्थापित करने के लिए सिंगापुर के ग्लोबल फाइनेंस एंड टेक्नोलॉजी नेटवर्क (जीएफटीएन) के साथ साझेदारी की है। इस सहयोग का उद्देश्य 2047 तक भारत के “सभी के लिए बीमा” के दृष्टिकोण के अनुरूप, इंश्योरटेक और संबंधित क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देना है। सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन षणमुगरत्नम की 17 जनवरी, 2025 को ओडिशा की आधिकारिक यात्रा के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

RBI ने विदेशी बैंकों को भारतीय रुपये में खाते खोलने की अनुमति दी

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अधिकृत बैंकों की विदेशी शाखाओं को गैर-निवासियों के लिए भारतीय रुपया (INR) खाते खोलने के लिए अधिकृत किया है। इस पहल का उद्देश्य सीमा पार लेनदेन और निवेश में भारतीय रुपये के वैश्विक उपयोग को बढ़ावा देना है। अनिवासी अब अपने INR खातों में शेष राशि का उपयोग अन्य अनिवासियों के साथ लेनदेन निपटाने के लिए कर सकते हैं, जिससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भारतीय रुपये के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। भारतीय निर्यातकों को निर्यात आय प्राप्त करने के लिए विदेशों में खाते खोलने तथा आयातों के भुगतान, परिचालन लचीलेपन को बढ़ाने तथा मुद्रा परिवर्तन लागत को कम करने के लिए इन निधियों का उपयोग करने की अनुमति है।

भारत की पुरुष और महिला दोनों टीमों ने पहले खो-खो विश्व कप में खिताब जीतकर इतिहास रचा

भारतीय महिला और पुरुष टीम ने खो-खो वर्ल्ड कप 2025 के खिताब को अपने नाम कर लिया है। महिला और पुरुष दोनों ही टीमों ने फाइनल में नेपाल को हराकर यह खिताब जीता। यह दोनों मुकाबले रविवार को नई दिल्ली में आयोजित किए गए थे।पुरुषों के फाइनल में भारतीय टीम ने नेपाल को 54-36 से हराया, जबकि महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए नेपाल की टीम को 78-40 के बड़े अंतर से मात दी।यह खो-खो वर्ल्ड कप का पहला संस्करण था, जिसे भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का समर्थन प्राप्त था। इसमें 20 पुरुष और 19 महिला टीमों ने हिस्सा लिया।

ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन और एन से-यंग ने ओपन सुपर बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष और महिला सिंगल्स खिताब हासिल किए

ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन और एन से-यंग ने इंडिया ओपन सुपर बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष और महिला सिंगल्स खिताब हासिल किए। एक्सेलसन ने हांगकांग के ली चेउक यियू पर 21-16, 21-8 से जीत हासिल की। महिला सिंगल्स में एन से-यंग ने पी चोचुवोंग को 21-12, 21-9 से आसानी से हरा दिया। सेमीफाइनल में भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जीत का सिलसिला खत्म करने वाली मलेशियाई जोड़ी गोह से फी और नूर इज्जुदिंग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष डबल्स फाइनल में कोरियाई जोड़ी किम वोन हो और सेओ सेउंग जे की जोडी को 21-15,13-21, 21-16 से हराया।

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