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13 अगस्त को विनय मोहन क्वात्रा ने अमेरिका में भारतीय राजदूत के रूप में पद ग्रहण करने की घोषणा की। इससे पहले IFS ऑफिसर विनय क्वात्रा भारत के विदेश सचिव रह चुके हैं। जनवरी में तरनजीत सिंह संधू के रिटायर्ड होने के बाद से यह पद खाली पड़ा था। अमेरिका में भारतीय एंबेसी वाशिंगटन डीसी में स्थित है। वे अप्रैल 2022 से भारत के विदेश सचिव के तौर पर 15 जुलाई 2024 तक कार्यरत रहे हैं। उनका राजनयिक कार्यकाल करीब 32 सालों से ज्यादा का है। क्वात्रा 2015 से 2017 के बीच PMO में जॉइंट सेक्रेटरी थे। उन्हें फरवरी 2020 तक फ्रांस में राजदूत के रूप में भेजा गया था। फ्रांस से उनके लौटने पर उन्हें भारत के राजदूत के रूप में नेपाल भेज दिया गया था। क्वात्रा को भारत नेपाल संबंधों को सुधारने का भी क्रेडिट दिया जाता है।
12 अगस्त को देश के मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग (MIB) ने ब्रॉडकास्टिंग बिल 2024 का ड्राफ्ट वापस ले लिया। मंत्रालय बिल का नया मसौदा तैयार करेगा। इस विधेयक के ड्राफ्ट को हितधारकों और आम जनता की टिप्पणियों के लिए 10 नवंबर 2023 को पब्लिक डोमेन में रखा गया था। मिनिस्ट्री ने अब सुझाव और टिप्पणियों के लिए 15 अक्टूबर 2024 तक अतिरिक्त समय दिया। केंद्र सरकार नए बिल से पब्लिश होने वाले कंटेंट को रेगुलेट, कंट्रोल, मॉनिटर और सेंसर करना चाहती है। सभी ब्रॉडकास्टर्स को एक ही रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में रखा जाएगा, जिससे सरकार ब्रॉडकास्टिंग वर्किंग को स्ट्रीमलाइन कर सकेगी। नवंबर 2023 में ब्रॉडकास्टिंग रेगुलेशन बिल का ड्राफ्ट तैयार किया था। बिल पर डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स और इंडिविजुअल कॉन्टेंट क्रिएटर्स ने आपत्ति जताई थी।
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने पर्यावरण और पारिस्थितिकी से संबंधित मुद्दों पर मानकीकरण के लिए एक नए विभाग की शुरुआत की है। इसका नाम पर्यावरण और पारिस्थितिकी विभाग (ईईडी) दिया गया है। उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में बताया कि बीआईएस ने पर्यावरण और पारिस्थितिकी से संबंधित मुद्दों पर मानकीकरण के लिए एक नया विभाग शुरू किया है। इसका उद्देश्य स्थिरता तथा पर्यावरण मानकीकरण में वैश्विक मानक स्थापित करना है।
हाल ही में SJVN ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (SGEL) ने 90 मेगावाट की ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना शुरू की। SJVN लिमिटेड भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत एक मिनी रत्न अनुसूची 'A' केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (CPSU) है। मध्य प्रदेश के खंडवा ज़िले में स्थित ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क में स्थित है। यह पार्क भारत का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पार्क है। इस परियोजना का उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन में 2.3 लाख टन CO2 की उल्लेखनीय कमी लाना है, जिससे वर्ष 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के भारत के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। यह जल वाष्पीकरण को कम करके जल संरक्षण में भी सहायता करेगा। भारत की स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता जून 2024 तक 85.47 गीगावाट तक पहुँचकर उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है।
महाराष्ट्र राज्य गुजराती साहित्य अकादमी ने घोषणा की है कि प्रसिद्ध लेखक बाबा भांड और ईश्वरलाल परमार को वर्ष 2023-24 के लिए कवि नर्मद साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 24 अगस्त को एक समारोह में उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। महाराष्ट्र की ये अकादमी हर वर्ष एक मराठी और एक गुजराती लेखक को कवि नर्मद के नाम पर दो पुरस्कार देती है। इस वर्ष पुरस्कार पाने वालों में से एक बाबा भांड को मराठी साहित्य में उनके विशाल योगदान के लिए जाना जाता है। वे महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड के अध्यक्ष भी थे। इससे पहले मधु मंगेश कार्णिक, मंगेश पडगांवकर, शंकर वैद्य, विजया राजाध्यक्ष और आशा बागे जैसे प्रतिष्ठित लेखकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां सरकार ने सेनेटरी पैड के लिए छात्राओं के बैंक खातों में राशि भेजी है। कर्नाटक, राजस्थान और दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में छात्राओं को मुफ्त सैनिटरी पैड दिए जाते हैं, जबकि नकद राशि केवल मध्य प्रदेश में दी जा रही है। सातवीं से बारहवीं कक्षा तक की स्कूली लड़कियाँ इन नकद लाभों के लिए पात्र हैं। उन्हें एक साल के लिए तीन सौ रुपये मिलेंगे। सरकार ने 19 लाख से अधिक लाभार्थी छात्राओं को 57 करोड़ 18 लाख रुपये से अधिक ट्रांसफर किये हैं। मासिक धर्म से जुड़े मिथक और वर्जनाओं से निपटने के लिए राज्य सरकार ने उदिता योजना शुरू की है।
भारत पिछले साल 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी धु्व्र पर अपना यान उतारने वाला दुनिया का पहला देश बना था। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के प्रतीक के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दिन को “राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस” घोषित किया था। इसी क्रम में देश 23 अगस्त को अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस ” टचिंग द लाइव्स व्हाइल टचिंग द मून ” थीम के साथ मनाने जा रहा है। अंतरिक्ष दिवस के उपलक्ष्य में अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर 22 और 23 अगस्त को नई दिल्ली में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने नई दिल्ली में हज आवेदन-2025 और जियो पारसी योजना पोर्टल का शुभारंभ किया। इस मौके पर उनके साथ अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन भी मौजूद थे। सऊदी अरब ने हज-2025 के लिए भारत को 1 लाख 75 हजार से अधिक हज यात्रियों का कोटा आवंटित किया है। यह पहला मौका है जब भारतीय हज समिति की वेबसाइट के अलावा हज सुविधा ऐप पर भी आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। श्री रिजिजू ने कहा कि 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र की मुस्लिम महिलाओं को बिना मेहरम (पुरुष साथी के बिना) हज करने की अनुमति देना हज प्रशासन में किए गए सबसे बड़े सुधारों में से एक है। उन्होंने कहा कि 2024 में 4 हजार 558 महिलाओं ने बिना मेहरम श्रेणी में हज यात्रा की है, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है। जियो पारसी योजना पोर्टल का उद्देश्य प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से पारसी समुदाय को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल को वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस समिति का गठन विधेयक की विस्तृत जांच के लिए किया गया है। संसद के हाल ही में संपन्न हुए बजट सत्र के दौरान यह विधेयक लोकसभा में पेश किया गया था और बाद में इसे संयुक्त संसदीय समिति में भेज दिया गया। समिति को अपनी रिपोर्ट शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के अंतिम दिन तक देनी है।
13 अगस्त को इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (EEPC) इंडिया ने इंडियन स्टेनलेस स्टील डेवलपमेंट एसोसिएशन (ISSDA) के साथ समझौता किया। यह समझौता देश में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हुआ है। इस समझौते के तहत दोनों ऑर्गनाइजेशन्स इकोनॉमिक्स समिट का आयोजन करेंगी। इस समिट में इंपोर्टर्स और एक्सपोर्टर्स के बीच बिजनेस डील्स की जाएंगी। दोनों ऑर्गनाइजेशन्स के बीच समझौता होने से स्टेनलेस स्टील के बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। अरुण कुमार गरोडिया EEPC इंडिया के अध्यक्ष हैं। EEPC इंडिया की शुरुआत 1955 में हुई थी, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। ISSDA के अध्यक्ष राजमणि कृष्णमूर्ति हैं। ISSDA की स्थापना 1989 में हरियाणा में की गई थी।
मिस टीन मृण्मयी डे मलेशिया में होने वाली मिस टीन ग्लोबल 2025 में अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत को रिप्रेजेंट करेंगीं। 13 अगस्त को ANI ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। मिस टीन ग्लोबल इंडिया 2024 का आयोजन राजस्थान के जयपुर में हुआ था। मृण्मयी पिछले 6 सालों में स्टार मिस टीन इंडिया के नेशनल लेवल पर ताज पहनने वाली पहली बंगाली हैं। उन्होंने स्टार मिस टीन टैलेंटेड अवॉर्ड 2024 भी जीता है। कोलकाता की रहने वाली मृण्मयी तीन साल की उम्र से ही ओड़िसी डांसर भी हैं।
नीलकुरिंजी (स्ट्रोबिलांथेस कुंथियाना) प्रत्येक 12 वर्ष में एक बार खिलता है, इसे IUCN रेड लिस्ट में संवेदनशील (मानदंड A2c) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस प्रजाति का इसके अद्वितीय पुष्पन चक्र और पारिस्थितिकी चुनौतियों के कारण पहले IUCN मानकों के अंतर्गत मूल्यांकन नहीं किया गया था। नीलकुरिंजी तीन मीटर ऊँची एक स्थानिक झाड़ी है, जो केवल दक्षिण-पश्चिम भारत के पाँच पर्वतीय परिदृश्यों के उच्च ऊँचाई वाले शोला ग्रासलैंड इकोसिस्टम (Shola Grassland Ecosystems) में 1,340-2,600 मीटर की ऊँचाई पर देखी जाती है। नीलकुरिंजी का वैज्ञानिक नाम केरल के साइलेंट वैली नेशनल पार्क (Silent Valley National Park) में स्थित कुंती नदी (Kunthi River) के नाम पर रखा गया है, जहाँ यह फूल बहुतायत में पाया जाता है। वे सेमलपेरस (जीवनकाल में केवल एक बार प्रजनन करने वाले) होते हैं, तथा जीवन चक्र के अंत में प्रत्येक 12 वर्ष में एक साथ खिलते और फलते हैं।
मणिपुर में 13 अगस्त को देशभक्ति दिवस मनाया गया। 1891 में अंग्रेजों के साथ युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले मणिपुर के स्वतंत्रता सेनानियों की याद में हर साल यह दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर राज्य के विभिन्न स्थानों तथा उन जगहों पर जहां मणिपुरी रहते हैं विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। मुख्य कार्यक्रम इंफाल के बीर टिकेंद्रजीत पार्क में आयोजित किया गया। 13 अगस्त, 1891 को मणिपुर के तत्कालीन राज्य के राजकुमार बीर टिकेंद्रजीत और जनरल थंगल को ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटका दिया गया था, जबकि अन्य को कालापानी में निर्वासित कर दिया गया था।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को निर्देश दिया है कि यदि जमाकर्ता चिकित्सा व्यय या प्राकृतिक आपदा जैसी आपातकालीन स्थिति में अपना धन निकालना चाहता है, तो उसे पहले तीन महीनों के भीतर जमा राशि का 100 प्रतिशत वापस किया जाए। आरबीआई ने कहा कि ऐसी समयपूर्व निकासी पर कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा। यदि कोई जमाकर्ता किसी अन्य कारण से निकासी चाहता है, तो एनबीएफसी बिना किसी ब्याज के जमा राशि का 50 प्रतिशत भुगतान कर सकता है। आरबीआई ने कहा कि मूल राशि का 50 प्रतिशत से अधिक या 5 लाख रुपये, जो भी कम हो, समय से पहले भुगतान किया जा सकता है। आरबीआई ने एनबीएफसी से कहा है कि वह जमाकर्ताओं को दो महीने के बजाय 14 दिन पहले मैच्योरिटी के बारे में सूचित करें। ये बदलाव 1 जनवरी 2025 से लागू होंगे। आरबीआई ने हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (एचएफसी) और एनबीएफसी के लिए बनाए गए नियमों को सुसंगत बनाने की समीक्षा के बाद कहा कि सभी एचएफसी, सार्वजनिक जमा के 15 प्रतिशत की सीमा तक लिक्विड एसेट रखेंगी, जो अभी 13 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त, एचएफसी यह सुनिश्चित करेगी कि उनके द्वारा स्वीकार की जाने वाली जमाराशियों के लिए हर समय पूर्ण परिसंपत्ति कवर उपलब्ध हो। इन कंपनियों को वर्ष में कम से कम एक बार क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों से इन्वेस्टमेंट ग्रेड रेटिंग हासिल करना होगा। आरबीआई ने कहा है कि एनबीएफसी के लिए लागू गैर-उद्धृत शेयरों में निवेश पर प्रतिबंध अब एचएफसी पर भी लागू होगा।
भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के सहयोग से नमो भारत ट्रेन तथा अन्य रेलगाड़ियों में यात्रियों के लिए ‘वन इंडिया-वन टिकट’ की पहल शुरू करेगा। इसका उद्देश्य यात्रियों की सुविधा को बढ़ाना है। इसके माध्यम से यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट और ऐप पर नमो भारत ट्रेनों के लिए टिकट बुक कर सकते हैं। इस व्यवस्था के तहत टिकट रद्द करने और भुगतान प्राप्त करने की भी सुविधा उपलब्ध होगी। आईआरसीटीसी ने कहा है कि यात्री नमो भारत ट्रेन टिकट के लिए यूनिक क्यू आर कोड सृजित कर सकते हैं। यह कोड यात्रा तिथि विकल्पों के आसपास 4 दिनों तक वैध होगा। वर्तमान रेल आरक्षण व्यवस्था के अंतर्गत नमो भारत के टिकट भी 120 दिन पहले से बुक किए जा सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को जुलाई के लिए आईसीसी ‘प्लेयर्स ऑफ द मंथ’ की घोषणा की है। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज गस एटकिंसन को जहां वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन के बाद जुलाई के लिए आईसीसी पुरुष प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है, वहीं श्रीलंका महिला क्रिकेट टीम की कप्तान चमारी अटापट्टू को आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ अवॉर्ड के लिए चुना गया है। आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ विजेता चमारी अटापट्टू ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मैं तीसरी बार आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ के रूप में चुने जाने पर खुश और सम्मानित महसूस कर रही हूं।
उभरते हुए स्थानीय खिलाड़ियों को क्रिकेट के नायकों के साथ खेलने का अवसर देने के उद्देश्य से शुरू की गई टी-20 की बिग क्रिकेट लीग ने राष्ट्रीय प्रसारक प्रसार भारती के साथ ऐतिहासिक दीर्घकालिक समझौता किया है। यह फ्रेंचाइजी आधारित क्रिकेट प्रतियोगिता होगी, जिसका उदघाटन इस वर्ष सितंबर में लखनऊ में होगा। बिग क्रिकेट लीग का सीधा प्रसारण डी.डी. स्पोर्ट्स पर देशभर में होगा। प्रसार भारती अपने पूरे नेटवर्क पर इसका प्रचार कर रहा है। बिग क्रिकेट लीग के पहले सीजन का प्रसारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 30 से अधिक देशों में भी होगा। इसमें छह टीमें होंगी जिनके नाम हैं- अवध लॉयन्स, नॉर्दर्न चैलेंजर्स, राजस्थान किंग्स, मुंबई मरीन्स, सदर्न स्पार्टन्स और बंगाल राईनोज। लीग कमिश्नर और पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर के नेतृत्व में प्रसिद्ध पूर्व क्रिकेटरों की परिषद इस लीग का कामकाज देखेगी। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज रूद्र प्रताप सिंह इसके अध्यक्ष हैं और वेस्ट इंडीज के प्रतिष्ठित पूर्व तेज गेंदबाज कर्टनी वाल्श इसके उपाध्यक्ष हैं।
13 अगस्त को बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत को 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया। BWF ने भगत को डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन करने पर निलंबित किया। प्रमोद भगत ने बीते 12 महीनों में तीन मौके पर अपना ठिकाना नहीं बताया। ऐसे में उनपर BWF के डोपिंग निरोधक नियम 'व्हेयरअबाउट' के उल्लंघन का आरोप है। भगत निलंबन की वजह से पैरालिंपिक गेम्स 2024 में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक में पुरुष एकल एसएल3 क्लास में गोल्ड जीता था। प्रमोद का जन्म 4 जून 1988 को बिहार के हाजीपुर में हुआ था।
हाल ही में, भारत ने 12 अगस्त को डॉ. विक्रम साराभाई की 105वीं जयंती मनाई, जिन्होंने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में अग्रणी भूमिका निभाई और विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख संस्थानों की स्थापना की। वर्ष 1919 में अहमदाबाद में जन्मे डॉ. विक्रम साराभाई भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक और डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के गुरु थे। उन्होंने 28 वर्ष की आयु में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की और कॉस्मिक किरणों पर अग्रणी शोध किया। साराभाई के प्रयासों से वर्ष 1962 में INCOSPAR का निर्माण हुआ, जो बाद में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) बन गया और जिसने फ्राँस से भारत में वाइकिंग इंजन प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण की सुविधा प्रदान की। नासा के साथ उनके संपर्क ने वर्ष 1975 में सैटेलाइट इंस्ट्रक्शनल टीवी एक्सपेरिमेंट (SITE) का मार्ग प्रशस्त किया, जिसने भारत में केबल टीवी की शुरुआत की। साराभाई को वर्ष 1966 में पद्म भूषण और वर्ष 1972 में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
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