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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गोवा के राज्यपाल पी एस एस पिल्लई द्वारा लिखी गई 200वीं पुस्तक 'वामन वृक्ष कला' का विमोचन किया। यह कार्यक्रम गोवा के राजभवन में आयोजित किया गया। राज्यपाल पिल्लई की 200वीं पुस्तक की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि 5000 से अधिक वर्षों का हमारा सभ्य समाज हमें यह प्रतीत कराता है कि हमें ज्ञान को कहीं और खोजने की आवश्यकता नहीं है और यह हमारे वेदों और हमारे उपनिषदों में है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल पीएसएस पिल्लई ने अपनी पुस्तक में इसकी पुष्टि की है, जहां उन्होंने ऐतिहासिक प्रमाण दिया है।
धान की पराली जलाने के कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में वायु प्रदूषण की चुनौती के बीच भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने धान की अधिक उत्पादन देने वाली और कम समय में उगाई जाने वाली किस्म- 2090 विकसित की है। इससे वायु प्रदूषण से निपटने में मदद मिलेगी। आमतौर पर जून में उगाई जाने वाली धान की फसल अक्टूबर के अंत में कटाई के लिए तैयार होती है। इससे किसानों को गेहूं की बुआई के लिए खेत तैयार करने के वास्ते बहुत कम समय मिलता है। धान की नई किस्म वर्तमान में इस्तेमाल की जाने वाली पूसा-44 की सुधरी हुई किस्म है। नई किस्म केवल एक सौ बीस से एक सौ पच्चीस दिन में पक जाती है जबकि पूसा-44 को 155 से एक सौ साठ दिन का समय लगता है। नई किस्म उगाने से किसानों को अगली फसल के लिए अपना खेत तैयार करने के वास्ते लगभग तीस दिन और मिल जाएंगे। संस्थान के वैज्ञानिक प्रलय कुमार भौमिक ने आकाशवाणी से बातचीत में विश्वास व्यक्त किया कि पूसा दो शून्य नौ शून्य किस्म से पराली जलाने की समस्या का समाधान हो सकेगा।
केन्द्रीय कौशल विकास मंत्रालय ने विमानन क्षेत्र में दीर्घावधि प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए दसो एयरक्राफ्ट सर्विसिस इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। यह प्रशिक्षण कानपुर के भारतीय कौशल संस्थान में दिया जाएगा। मंत्रालय इस संस्थान की स्थापना कौशल की गुणवत्ता बढाने के लिए कर रहा है। मंत्रालय ने कम्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल मशीनों के बारे में प्रशिक्षण के लिए हिन्दुस्तान एरोनोटिक्ल लिमिटेड के साथ भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। कानपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के साथ भी एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गये हैं। इन समझौतों पर नई दिल्ली में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में हस्ताक्षर किये गये।
भारत और नेपाल के सीमा बलों ने सीमापार अपराधों और हथियारों, गोला बारूद तथा मानव तस्करी को रोकने पर जोर देते हुए द्विपक्षीय प्रयासों को प्रभावी बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। यह फैसला भारत के सशस्त्र सीमा बल और नेपाल के सैन्य पुलिस बल के बीच नई दिल्ली में सम्पन्न हुई सातवीं वार्षिक समन्वय बैठक में लिया गया। बैठक के दौरान भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा की स्थिति पर विशेष जोर देते हुए व्यापक विचार विमर्श किया गया। दोनों पक्षों ने परस्पर सहमति से समन्वय और सहयोग बढाने के और उपाय लागू करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। सशस्त्र सीमा बल और सैन्य पुलिस बल ने विशेषकर त्योहारों के दौरान दोनों देशों के नागरिकों की आवाजाही में सुविधा के लिए भारत-नेपाल सीमा पर प्रमुख स्थलों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं।
पहली बार भारत में रक्षा उद्योग में 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी दे दी है। स्वीडिश कंपनी साब ने रक्षा परियोजना में भारत का पहला 100 फीसदी एफडीआई हासिल किया है। यह मंजूरी हरियाणा में फैक्टरी की स्थापना करने के लिए दी गई है। इस फैक्टरी में एंटी आर्मर, एंटी टैंक, बंकर और कार्ल-गुस्ताफ एम4 रॉकेट लॉन्चर का भी निर्माण किया जाना है। भारतीय सेना पहले से ही कंधे से दागे जाने वाले रॉकेट का इस्तेमाल कर रही है। इन रॉकेट लॉन्चरों का यूक्रेन-रूस युद्ध में जमकर इस्तेमाल हो रहा है।
टाइम ने अपनी हालिया कवर स्टोरी में बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना को चित्रित किया है, जो 76 वर्ष की आयु में बांग्लादेश के इतिहास में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महिला प्रमुख हैं। शेख हसीना बांग्लादेशी राजनीति में एक प्रमुख हस्ती रही हैं, जो 2009 से देश की प्रधान मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले, वह 1996 से 2001 तक इसी पद पर रहीं। उनकी राजनीतिक यात्रा में उन्हें प्रतिष्ठित नेताओं जैसे मार्गरेट थैचर या इंदिरा गांधी की तुलना में अधिक चुनाव जीतते देखा गया है। कार्यालय में कई कार्यकाल और लचीलेपन की प्रतिष्ठा के साथ, हसीना अपने देश का नेतृत्व करने के लिए समर्पित हैं।
इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस ने गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक (जीआईएफटी) सिटी-इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (आईएफएससी) में जीवन बीमा कारोबार शुरू करने के लिए पंजीकरण हासिल कर लिया है। कंपनी की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, पंजीकरण से इंडिया फर्स्ट लाइफ को वैश्विक स्तर पर अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक (गिफ्ट) सिटी भारत में एकमात्र इकाई के रूप में कार्य करती है जो अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) के रूप में कार्य करती है, जो वित्तीय सेवाओं के लिए तैयार एक विशेष आर्थिक क्षेत्र के समान कार्य करती है।
हाल ही में, भारत बोटेनिक्स ने गोंडल, राजकोट गुजरात में अपनी अत्याधुनिक वुड-प्रेस्ड कोल्ड ऑयल प्रसंस्करण सुविधा खोलने की घोषणा की। यह 16,000 वर्ग फुट की स्वचालित सुविधा अपनी तरह की अनूठी सुविधा है, जो 100% स्वच्छता और पारदर्शिता को बढ़ावा देती है, जो स्वस्थ जीवन, स्थिरता और इसके द्वारा परोसे जाने वाले प्रत्येक ग्राहक के लिए स्वस्थ खाद्य तेल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत बॉटैनिक्स भारत का अग्रणी वुड-प्रेस्ड खाद्य तेल (बी2सी) ब्रांड है, जो अपने शुद्ध, रसायन-मुक्त और प्राकृतिक तेलों के लिए जाना जाता है।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने हाल ही में 2024 एशिया-प्रशांत मानव विकास रिपोर्ट ‘मेकिंग अवर फ्यूचर: न्यू डायरेक्शन्स फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट इन एशिया एंड द पैसिफिक’ शीर्षक से जारी की, जो भारत की विकास यात्रा की मिश्रित तस्वीर पेश करती है। रिपोर्ट 2015-16 और 2019-21 के बीच बहुआयामी गरीबी में पर्याप्त कमी को स्वीकार करती है, लेकिन बढ़ती मानवीय असुरक्षा और असमानताओं को दूर करने के लिए नई दिशाओं की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालती है। 2000 और 2022 के बीच, भारत की प्रति व्यक्ति आय मात्र 442 अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2,389 अमेरिकी डॉलर हो गई, जो अत्यधिक आर्थिक परिवर्तन को दर्शाता है। इस वृद्धि ने कई लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है और आबादी के एक बड़े हिस्से के जीवन स्तर में सुधार लाने में योगदान दिया है।
नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन जर्नल में प्रकाशित एक हालिया विश्लेषण देशी और गैर-देशी प्रजातियों पर जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली चरम मौसम की घटनाओं के गहन परिणामों पर प्रकाश डालता है। जैसे-जैसे हमारा ग्रह लू, शीतलहर, सूखा और बाढ़ जैसी चरम मौसम की घटनाओं की आवृत्ति और गंभीरता में वृद्धि का अनुभव कर रहा है, पारिस्थितिकी तंत्र महत्वपूर्ण परिवर्तनों से गुजर रहा है। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज की एक टीम द्वारा संचालित, यह शोध पारिस्थितिक तंत्र पर चरम मौसम के प्रभावों का अध्ययन करने के महत्वपूर्ण महत्व को रेखांकित करता है। हालाँकि अध्ययन का यह क्षेत्र अभी भी अपने शुरुआती चरण में है, लेकिन यह समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि ग्लोबल वार्मिंग जैव विविधता को कैसे प्रभावित कर रही है।
लद्दाख में हानले और मराक की रात्रि आकाश वेधशालाओं में हाल ही में एक शानदार और दुर्लभ घटना – एक चमकदार लाल ऑरोरा- देखी गई। यह भारत के लिए एक असाधारण घटना है, जहां ऐसी घटनाएं कम ही होती हैं। ऑरोरा आकाश में आश्चर्यजनक प्रकाश प्रदर्शन हैं, जो आमतौर पर ध्रुवों के पास होते हैं। ऐसा तब होता है जब सौर कण पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराते हैं। इस टकराव से प्रकाश के ज्वलंत पैटर्न बनते हैं। हानले वेधशाला ने उत्तरी क्षितिज की ओर अरोरा की छवियों को सफलतापूर्वक कैप्चर किया। दुर्भाग्य से, पैंगोंग त्सो के पास स्थित मेराक वेधशाला को पास के पहाड़ों से अवरोधों का सामना करना पड़ा।
हाल के आँकड़ों के अनुसार, कानूनी साक्षरता और कानूनी जागरूकता कार्यक्रम (LLLAP) को न्याय तक समग्र पहुँच के लिये अभिनव समाधान तैयार करना (दिशा) योजना के तहत 14 कार्यान्वयन एजेंसियों के माध्यम से 6 लाख से अधिक लोगों तक पहुँचाया गया। LLLAP भारत सरकार के विधि और न्याय मंत्रालय के न्याय विभाग की एक पहल है जिसका उद्देश्य जनता के बीच कानूनी साक्षरता एवं जागरूकता बढ़ाना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को उनके कानूनी अधिकारों, कर्त्तव्यों और अधिकारों के साथ-साथ शिकायतों के निवारण के लिये उपलब्ध विभिन्न कानूनी तंत्रों के बारे में शिक्षित करना है। न्याय तक पहुँच के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिये दिशा को पाँच वर्ष यानी 2021-2026 की अवधि के लिये लॉन्च किया गया है। इसका उद्देश्य कानूनी सेवाओं की नागरिक-केंद्रित पहुँच के लिये विभिन्न पहलों को डिज़ाइन तथा समेकित करना है। दिशा के तहत अखिल भारतीय स्तर पर कार्यान्वित किये जा रहे कार्यक्रम हैं- टेली-लॉ: रीचिंग द अनरीच्ड, न्याय बंधु (प्रो बोनो लीगल सर्विसेज़) और कानूनी साक्षरता तथा कानूनी जागरूकता कार्यक्रम।
हाल ही में रूस व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT) से बाहर हो गया है। CTBT सभी प्रकार के सैन्य तथा नागरिक दोनों उद्देश्यों के लिये सभी परमाणु परीक्षणों पर प्रतिबंध लगाती है। इस संधि पर वर्ष 1994 में जिनेवा में निरस्त्रीकरण सम्मेलन में चर्चा की गई, साथ ही इसको संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया। CTBT पर रूस तथा संयुक्त राज्य अमेरिका सहित 187 राज्यों द्वारा हस्ताक्षर किये गए थे, परंतु यह लागू नहीं हुई क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका सहित आठ देशों द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है। भारत द्वारा अभी तक इस संधि पर हस्ताक्षर नहीं किये गए हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नियामक अनुपालन में कमियों को लेकर कई वित्तीय संस्थानों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। आरबीआई के दिशानिर्देशों का पालन करने में विफलता के परिणामस्वरूप चार सहकारी बैंकों और एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) पर मौद्रिक जुर्माना लगाया गया है। आरबीआई ने श्री लोदरा नागरिक सहकारी बैंक, मालपुर नागरिक सहकारी बैंक, जोलारपेट सहकारी शहरी बैंक, लिंबासी शहरी सहकारी बैंक और अर्ली सैलरी सर्विसेज प्राइवेट पर जुर्माना लगाया है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (आईआईटीके) ने एटीएमएएन (एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज फॉर मॉनिटरिंग एयर-क्वालिटी इंडिकेटर्स) नामक उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) की स्थापना की है। सीओई भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्वदेशी कम लागत वाले सेंसर निर्माण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग (एआई/एमएल) क्षमताओं के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करता है।
आईआईटी मद्रास पूर्वी अफ्रीका के सुरम्य ज़ांज़ीबार द्वीप पर एक अंतरराष्ट्रीय परिसर स्थापित करने वाला प्रथम भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बन गया है। ज़ांज़ीबार के राष्ट्रपति, हुसैन अली म्विनी द्वारा उद्घाटन किया गया, यह ऐतिहासिक पहल एक उज्जवल शैक्षिक भविष्य का प्रतीक है, जो भारत और तंजानिया के बीच एक समझौता ज्ञापन द्वारा सुविधाजनक है, जो वैश्विक शिक्षा और सहयोग के एक नए युग की शुरुआत करता है।
मैकिन्से हेल्थ इंस्टीट्यूट द्वारा 30 देशों के कर्मचारियों पर किए गए सर्वे के अनुसार, कर्मचारियों की वेलबीइंग (भलाई) की ग्लोबल रैंकिंग में भारत दूसरे जबकि जापान आखिरी स्थान पर है। शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के आधार पर यह आकलन हुआ। सूची में तुर्की पहले स्थान पर है जिसके बाद भारत, चीन, नाइजीरिया, कैमरून, स्वीडन, मेक्सिको और यूएई हैं।
37वें राष्ट्रीय खेलों का गोवा में समापन हो गया। पणजी के श्यामा प्रसाद इंडोर स्टेडियम में आय़ोजित इस समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पी. टी ऊषा, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। अगले राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड में होगा। उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों की मशाल सौंपी गई। खेलों में ओवरऑल चैंपियनशिप के लिए महाराष्ट्र को राजा भालेंद्र सिंह ट्रॉफी प्रदान की गई। सर्वश्रेष्ठ महिला एथलीट की ट्रॉफी प्रणति नायक और संयुक्ता काटे को और सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट की ट्रॉफी श्रीहरि नटराज को दी गई। इन खेलों में महाराष्ट्र 80 स्वर्ण सहित 228 पदकों के साथ शीर्ष पर रहा। सर्विसेस 66 स्वर्ण सहित 126 पदकों के साथ दूसरे और हरियाणा 62 स्वर्ण सहित 192 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
बैंकॉक में एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारत ने 3 स्वर्ण, 1 रजत और 3 कांस्य पदकों के साथ कुल 7 पदक जीतकर अपना अभियान समाप्त किया। चैंपियनशिप के अंतिम दिन भारत ने कम्पाउंड स्पर्धा में 3 स्वर्ण सहित 5 पदक जीते। दिलचस्प है कि महिलाओं के टीम मुकाबले में ज्योति सुरेखा वेनम, प्रणीत कौर और अदिति गोपीचन्द स्वामी ने चीनी ताइपे की टीम पर रोमांचक जीत दर्ज कर स्वर्ण पदक जीता। प्रणीत कौर ने महिलाओं की एकल स्पर्धा में भी अपनी हमवतन ज्योति सुरेखा वेनम को हरा कर स्वर्ण पदक हासिल किया। भारत ने दिन का दूसरा स्वर्ण पदक मिश्रित टीम स्पर्धा में जीता। अदिति गोपीचंद स्वामी और प्रियांश की जोड़ी ने फाइनल में थाईलैण्ड को हरा कर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया।
तीन बार के चैंपियन मैक्स वेरस्टैपेन ने शुरू से ही नेतृत्व किया और ब्राजीलियाई ग्रां प्री जीता। मैक्स वेरस्टैपेन के प्रभावशाली प्रदर्शन और सर्जियो पेरेज़ की मजबूत समाप्ति ने पहले से ही आकर्षक सीज़न में और उत्साह बढ़ा दिया।
हर साल 9 नवंबर को उत्तराखंड दिवस मनाया जाता है। इसे उत्तराखंड दिवस या उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस भी कहा जाता है। 1994 में, एक अलग राज्य की मांग ने पूर्ण रूप ले लिया, जिसके परिणामस्वरूप एक जन आंदोलन हुआ जिसके परिणामस्वरूप 2000 में उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ। इसे “देवताओं की भूमि” या “देव भूमि” के रूप में जाना जाता है। इसकी स्थापना के समय इसका नाम ‘उत्तरांचल’ रखा गया था। बाद में 2007 में इसका नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया। राज्य की राजधानी देहरादून है। राज्य का उच्च न्यायालय नैनीताल में स्थित है। राज्य जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बंगाल टाइगर की मेजबानी करता है। नंदा देवी क्षेत्र यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। यह क्षेत्र फूलों की दुर्लभता के लिए जाना जाता है। उत्तराखंड के मूल निवासी उत्तराखंडी, कुमाऊंनी और गढ़वाली हैं। उत्तराखंड में भारत में किसी भी अन्य राज्य की सामान्य श्रेणी की जाति (उच्च जाति) की संख्या सबसे अधिक है।
सभी नागरिकों के लिए उचित निष्पक्ष और न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए भारत में हर साल 9 नवंबर को राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस (National Legal Services Day – NLSD) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों के लोगों को मुफ्त, कुशल और कानूनी सेवाएं प्रदान करना है। यह कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने का भी प्रयास करता है।
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