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देश के सबसे बड़े उद्योग निकाय भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) ने हर्षवर्धन अग्रवाल को नया अध्यक्ष चुना है। उद्योग निकाय फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक (एनईसीएम) में हर्षवर्धन अग्रवाल अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किए गए। वे 21 नवंबर को 97वीं वार्षिक आम बैठक के समापन पर अपना कार्यभार संभालेंगे। वे वर्तमान में फिक्की के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। इमामी लिमिटेड के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हर्षवर्धन अग्रवाल को 2024-25 के लिए उद्योग मंडल फिक्की का अध्यक्ष चुना गया है। अग्रवाल 21 नवंबर को राजधानी नई दिल्ली में आयोजित होने वाली फिक्की की 97वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के समापन पर महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक और मौजूदा अध्यक्ष डॉ. अनीश शाह की जगह लेंगे।
भारत के सात संस्थानों ने वैश्विक स्तर के शीर्ष 100 संस्थानों में स्थान हासिल किया है। क्यू.एस. वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग: एशिया 2025 ने दुनिया के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों की सूची जारी की है। इसमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आई.आई.टी., दिल्ली ने 44वां स्थान हासिल किया है, जबकि आई.आई.टी., बॉम्बे 48वें स्थान पर है। आई.आई.टी मद्रास, आई.आई.टी. खड़गपुर, आई.आई.टी. कानपुर और दिल्ली विश्वविद्यालय शीर्ष 100 में जगह बनाने में सफल रहे हैं। आई.आई.टी. गुवाहाटी, आई.आई.टी. रुड़की, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, यू.पी.ई.एस. और वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे संस्थान शीर्ष 150 में शामिल किए गए हैं। चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी ने एशिया में शैक्षणिक संस्थानों की सूची में शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। यह रैंकिंग पूर्वी, दक्षिणी, दक्षिण-पूर्वी और मध्य एशिया के 25 देशों के 984 संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर तैयार की गई है।
भारत में पशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय इक्वाइन अनुसंधान केंद्र, हिसार (आईसीओआर-एनआरसी) को इक्वाइन पिरोप्लाज्मोसिस के लिए विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूओएएच) के संदर्भ प्रयोगशाला के रूप में चुना गया है। यह वैश्विक मान्यता भारत की वैज्ञानिक क्षमताओं, नैदानिक बुनियादी ढांचे और महत्वपूर्ण पशु स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में नेतृत्व को बढ़ाने के लिए पशुपालन और डेयरी विभाग की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। 20वीं पशु जनगणना के अनुसार, भारत में लगभग 0.55 मिलियन इक्वाइन (घोड़े, टट्टू, गधे, खच्चर) हैं जो विभिन्न आजीविका और उद्योगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। टिक-जनित प्रोटोजोआ परजीवी बेबेसिया कैबली और थेलेरिया इक्वी के कारण होने वाला इक्वाइन पिरोप्लाज्मोसिस, घोड़ों, गधों, खच्चरों और ज़ेबरा को प्रभावित करता है और इन जानवरों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा पैदा करता है , जिसका आर्थिक प्रभाव भी बहुत ज़्यादा होता है। भारत भर में इसकी सीरोप्रिवलेंस दर 15-25% बताई गई है। कुछ उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में, यह व्यापकता 40% तक पहुँच सकती है , जिसके परिणामस्वरूप उत्पादकता में कमी, स्वास्थ्य में गिरावट और घोड़ों की आवाजाही और निर्यात पर प्रतिबंध के कारण गंभीर आर्थिक नुकसान होता है।
कनाडा सरकार ने स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम- एस.डी.एस. कार्यक्रम को बंद करने की घोषणा की है। एस.डी.एस. योजना कनाडा में शिक्षा प्रापत करने के इच्छुक अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एक प्रमुख साधन है। कनाडा सरकार के इस फैसले से भारत के साथ-साथ दुनियाभर के छात्र प्रभावित होंगे। ऐसा माना जा रहा है कि देश में चल रही आवास और संसाधनों की कमी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। एस.डी.एस. कार्यक्रम वर्ष 2018 में इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाडा द्वारा शुरू किया गया था। इसे कनाडा में पढ़ाई के लिए आने वाले 14 देशों के छात्रों की आवेदन प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए तैयार किया गया था। इन देशों में भारत, ब्राज़ील, चीन, कोलंबिया, कोस्टारिका, मोरक्को, पाकिस्तान, पेरु, फिलीपींस और वियतनाम जैसे देश शामिल हैं।
हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के मित्र देशों के साथ अपनी क्षमता निर्माण प्रतिबद्धताओं के एक हिस्से के रूप में, भारत सरकार ने 08 नवंबर 24 को मोजाम्बिक सरकार को दो जल-जेट चालित फास्ट इंटरसेप्टर क्राफ्ट (एफआईसी) उपहार में दिए। फास्ट इंटरसेप्टर क्राफ्टों को भारत से आईएनएस घड़ियाल द्वारा भेजा गया। इन जल-जेट-चालित नौकाओं की अधिकतम गति 45 नॉट है और 12 नॉट पर इनकी रेंज 200 समुद्री मील है। वे पांच कर्मियों के दल को ले जा सकती हैं और मशीन गन व बुलेट-प्रतिरोधी केबिन से सुसज्जित हैं। दो फास्ट इंटरसेप्टर क्राफ्ट समुद्री आतंकवाद और काबो डेलगाडो प्रांत में चल रहे विद्रोह से निपटने के प्रयास में मोजाम्बिक सरकार की महत्वपूर्ण सहायता करेंगे। इससे पहले, समुद्री सुरक्षा के लिए मोजाम्बिक सरकार के प्रयासों को मजबूत करने के लिए भारत सरकार ने 2019 में दो बड़े इंटरसेप्टर पोत उपहार में दिए थे, इसके बाद जनवरी 2022 में इसी श्रेणी के दो एफआईसी उपहार में दिए गए।
8 नवंबर को पत्रकार और यूट्यूबर उर्मिलेश को इस बार कुलदीप नैयर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई। यह पुरस्कार 15 नवंबर को गांधी शांति प्रतिष्ठान के सभागार में दिया जाएगा। पुरस्कार में एक लाख रुपए की राशि, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न शामिल है। पहला पुरस्कार रवीश कुमार, दूसरा निखिल वागले, तीसरा अजित अंजुम और चौथा आरफा खानम शेरवानी को दिया गया। उर्मिलेश ने ‘शाने सहारे’ से पत्रकारिता शुरू की, उन्होंने नवभारत टाइम्स, हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर में काम किया और राज्यसभा टीवी के कार्यकारी संपादक भी रहे। फिर वे द वायर और न्यूज क्लिक में भी रहे। उन्होंने ‘बिहार का सच’, ‘झेलम किनारे दहकते चिनार’, ‘गाजीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल’, ‘मेम का गांव गोडसे की गली’, ‘जादुई जमीन का अंधेरा’ और 'योद्धा महापंडित राहुल सांकृत्यायन' आदि किताबें लिखी हैं।
8 नवंबर को नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NICDC) और उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPSIDA) ने स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट (SSA) और शेयरहोल्डर एग्रीमेंट (SHA) पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (AKIC) पहल के तहत आगरा और प्रयागराज में प्रमुख क्लस्टर्स का डेवलपमेंट करना है। अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (AKIC) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत अमृतसर से कोलकाता तक सात राज्यों में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जा रहा है। AKIC के तहत राज्यों में पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, और पश्चिम बंगाल शामिल है। NICDC और UPSIDA के बीच समझौते, औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और विश्व-स्तरीय बुनियादी ढांचे के डेवलपमेंट के लिए किए गए हैं। इसकी शुरुआत आगरा और प्रयागराज में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (Integrated Manufacturing Clusters) के साथ हुई है। ये एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर्स अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत औद्योगिक और आर्थिक विकास के इंजन (मूल) बनने के लिए तैयार किए गए हैं।
वडताल मंदिर की 200वीं वर्षगांठ मनाने के लिए, श्री स्वामीनारायण संप्रदाय में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के सम्मान में एक विशेष डाक टिकट जारी किया गया। यह मंदिर श्री स्वामीनारायण संप्रदाय की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में कार्य करता है, जो आज दुनिया भर में फैल चुका है। इस मंदिर का निर्माण भगवान श्री स्वामीनारायण के आदेश पर सद्गुरु श्री ब्रह्मानंद स्वामी और सद्गुरु श्री अक्षरानंद स्वामी ने करवाया था। यह मंदिर कमल के आकार में बना है, जो सभी धर्मों के बीच सद्भाव की भावना का प्रतीक है। इसमें देवी-देवताओं के अवतारों के चित्रण शामिल हैं। यह डाक टिकट 09.11.2024 को वडताल, जिला खेड़ा, गुजरात में गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल, आचार्य महाराज 1008 श्री राकेशप्रसाद जी, डॉ. श्री संतवल्लभस्वामी, वडटलाधाम मंदिर के मुख्य कार्यकारी कोठारी, वडोदरा के पोस्टमास्टर जनरल श्री दिनेशकुमार शर्मा सहित अन्य पूज्य स्वामीश्री की उपस्थिति में जारी किया गया।
हाल ही में अमेरिका की जैव प्रौद्योगिकी कंपनी वेव लाइफ साइंसेज़, नैदानिक स्तर पर RNA एडिटिंग द्वारा आनुवंशिक समस्या का इलाज करने वाली पहली कंपनी बन गई है। RNA एडिटिंग, मैसेंजर RNA (mRNA) न्यूक्लियोटाइड को एडिट करने (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA) द्वारा mRNA निर्मित करने के बाद लेकिन प्रोटीन संश्लेषण शुरू होने से पहले) की प्रक्रिया है। mRNA एक्सॉन और इंट्रॉन नामक भागों से बना होता है। एक्सॉन अंततः प्रोटीन के लिये कोड करते हैं जबकि इंट्रॉन गैर-कोडिंग भाग होते हैं और प्रोटीन बनाने के लिये उपयोग किये जाने से पहले यह RNA से अलग हो जाते हैं। RNA मोडिफिकेशन तीन प्रकार से होता है अर्थात् युग्मन, विलोपन और प्रतिस्थापन। युग्मन का आशय न्यूक्लियोटाइड का शामिल होना है। विलोपन का आशय किसी न्यूक्लियोटाइड को हटाना जबकि प्रतिस्थापन का आशय एक न्यूक्लियोटाइड को दूसरे से बदलना है।
बेंगलुरु में पहली डिजिटल जनसंख्या घड़ी (डिजिटल पाॅपुलेशन क्लॉक) का उद्घाटन सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन संस्थान (ISEC) में ISEC और केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा पूरे भारत में 18 जनसंख्या अनुसंधान केंद्रों में इसी प्रकार की डिजिटल जनसंख्या घड़ियाँ स्थापित की जा रही हैं । यह घड़ी वास्तविक समय में जनसंख्या अपडेट (Real-Time Population Updates) प्रदान करती है, यह प्रत्येक 1.10 मिनट (एक मिनट 10 सेकंड) पर राज्य की जनसंख्या और प्रत्येक 2 सेकंड पर देश की जनसंख्या के आँकड़े अपडेट करेगी। इसकी परिशुद्धता उपग्रह संचार के माध्यम से बनाए रखी जाती है, जो सटीक, वास्तविक समय आँकड़े अपडेट करती है। ISEC की स्थापना वर्ष 1972 में सामाजिक विज्ञान में अंतःविषय अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिये एक अखिल भारतीय संस्थान के रूप में की गई थी।
भारत सरकार ने महामारी की तैयारी और बचाव और भारत में पशु स्वास्थ्य सुरक्षा सुदृढ़ीकरण पर महामारी निधि परियोजना शुरू की। यह महामारी निधि परियोजना 25 मिलियन डॉलर की है, जी G20 महामारी निधि द्वारा वित्तपोषित किया गया है। इस पहल की शुरुआत कोविड-19 जैसी महामारियों के बचाव में की गई है, जो जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियों के जोखिम को कम करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसे एशियाई विकास बैंक (ADB), खाद्य और कृषि संगठन (FOA) और विश्व बैंक के सहयोग से लागू किया जाएगा तथा इसका उपयोग अगस्त, 2026 तक किया जा सकता है। इस निधि का उद्देश्य ज़ूनोटिक रोगों (वे रोग जो पशुओं से उत्पन्न होते हैं और मनुष्यों में फैल जाते हैं) की निगरानी और प्रबंधन के लिये एक मज़बूत ढाँचा तैयार करना है।
भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश में वालोंग की लड़ाई की याद में दिबांग घाटी जिले से मोटर साइकिल अभियान को रवाना किया। तीन दिवसीय अभियान को दाओ डिवीजन के जनरल कमांडिंग ऑफिसर, मेजर जनरल वी.एस. देशपांडे ने हरी झंडी दिखाई। यह अभियान सोमवार को ऐतिहासिक वालोंग युद्ध स्मारक पर समाप्त होगा। अरुणाचल प्रदेश में इस अभियान का उद्देश्य राज्य के सीमावर्ती इलाकों में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। अभियान के माध्यम से सवार क्षेत्र के स्थानीय समुदायों से जुड़कर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देंगे। यह अभियान वालोंग की लड़ाई के 62 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 17 अक्टूबर को शुरू हुआ था। 21 अक्टूबर 1962 को, आधी रात से ठीक पहले, चीनी सैनिकों ने लगभग 700 मीटर दूर अपने बंकरों से किबिथु स्थित भारतीय चौकियों पर तोपखाने से गोलाबारी करना बंदूकों से गोलियों की बौछार करनी शुरू कर दी थी।
राजस्थान के अजमेर में विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला ध्वजारोहण समारोह के साथ शुरू हो गया। 15 नवंबर तक चलने वाले इस मेले को देखने के लिए सैकड़ों देशी-विदेशी पर्यटक पुष्कर पहुंच चुके हैं।
भारत की अनाहत सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में न्यू साउथ वेल्स स्क्वैश ओपन प्रतियोगिता का महिला सिंगल्स खिताब जीत लिया है। उन्होंने फाइनल में हांगकांग की हेलेन टैंग को 3-1 से हरा दिया। अनाहत ने टैंग को 8-11, 11-6, 11-3 और 11-4 से हराकर अपने करियर का सातवां पीएसए चैलेंजर टूर खिताब जीत लिया।
टेबल टेनिस में भारत की सिंड्रेला दास ने इटली के लिग्नानो सब्बियाडोरो में डब्ल्यू.टी.टी. यूथ कंटेंडर में अंडर 15 गर्ल्स सिंगल्स का खिताब जीत लिया है। उन्होंने फाइनल में भारत की दिव्यांशी भौमिक को 3-2 से हराया। तीसरे सेट के बाद दिव्यांशी 2-1 से आगे चल रही थीं। हालांकि सिंड्रेला ने संयम बनाए रखा और बाकी दो सेट जीतकर खिताब अपने नाम कर लिया।
हांगकांग में खेल जा रहे सीनियर एशियन जूडो ओपन में भारतीय खिलाड़ियों ने तीन कांस्य पदक जीते हैं। महिलाओं के 48 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की एंजेल यादव ने मेजबान देश की लाऊ वान लोक को परास्त किया। पुरुषों के 60 किलोग्राम भार वर्ग में भारत के जतिन ने कुवैत के हबीब हसन को हराकर कांस्य पदक जीता। जबकि, सौरभ ने 73 किलोग्राम स्पर्धा में अमरीका के बिलेगट एर्डेनेटसोगट को हराकर कांस्य पदक हासिल किया।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने वर्ष 2024 के लिए एफ.आई.एच. प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब जीता है और पूर्व गोलकीपर पी.आर. श्रीजेश को गोलकीपर ऑफ द ईयर खिताब के लिए चुना गया है। हरमनप्रीत और श्रीजेश को ओमान में 49वीं एफ.आई.एच. वैधानिक कांग्रेस के दौरान यह सम्मान मिला। दो बार के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता हरमनप्रीत को अपनी श्रेणी में 63 प्रतिशत से अधिक और श्रीजेश को 62 प्रतिशत से अधिक वोट मिले।
9 नवंबर को जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने दिग्गज जान जेलेज्नी को अपना नया कोच बनाया। जान जेलेंजी, जैवलिन थ्रो में तीन बार के ओलिंपिक और वर्ल्ड चैंपियन हैं और वर्तमान वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर हैं। चोपड़ा उन्हें अपना आदर्श मानते रहे हैं। 1992, 1996 और 2000 ओलिंपिक खेलों में अब तक के 5 सर्वश्रेष्ठ थ्रो में से 5 स्वर्ण पदक विजेता जान जेलेज्नी के नाम हैं। उन्होंने 1996 में जर्मनी में 98.48 मीटर के निर्विवाद रिकॉर्ड को हासिल करने के दौरान चार बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था। ये रिकॉर्ड अभी तक कोई भी नहीं तोड़ पाया है। जब चोपड़ा ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में स्वर्ण पदक जीता था, तब जान दोनों अन्य पदक विजेताओं जैकब वडलेज (रजत) और विटेजस्लाव वेस्ली (कांस्य) के कोच थे। उन्होंने 2 बार की ओलिंपिक चैंपियन और 3 बार की विश्व चैंपियन बारबोरा स्पोटाकोवा को भी प्रशिक्षित किया है।
8 नवंबर की देर रात भारत ने साउथ अफ्रीका को पहले टी-20 में 61 रन से हरा दिया। डरबन के किंग्समीड स्टेडियम में संजू सैमसन की सेंचुरी की मदद से भारत ने 202 रन बनाए। जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम 17.5 ओवर में 141 रन पर सिमट गई। सैमसन से पहले फिल सॉल्ट, गुस्ताव मेकॉन और राइली रूसो ये रिकॉर्ड बना चुके हैं। एक साल में भारत ने सातवीं बार 200+ रन का स्कोर खड़ा किया। संजू सैमसन पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने टी-20 इंटरनेशनल में भारत के बाहर शतक लगाया है। टेस्ट में ये कारनामा विजय मांजरेकर ने 1953 में किया था, जबकि वनडे में राहुल द्रविड़ ने 1999 में भारत के बाहर शतक लगाया था। तब द्रविड़ विकेटकीपिंग भी संभाल रहे थे।
उत्तराखंड को नया राज्य बने शनिवार को 24 साल पूरे गए। 9 नवंबर, 2000 को इसकी स्थापना हुई थी। 9 नवंबर 2000 को कई सालों के आंदोलन के पश्चात भारत के 27वें राज्य के रूप में उत्तराखंड का निर्माण किया गया। सन 2000 से 2006 तक इसे उत्तरांचल के नाम से जाना जात था। हालांकि जनवरी 2007 में स्थानीयी लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य का आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया। उत्तराखंड राज्य की सीमाएं उत्तर में तिब्बत, पूर्व में नेपाल से लगी हुई हैं। वहीं पश्चिम में उत्तराखंड की सीमा हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश से लगा हुआ है। साल 2000 में उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश से अलग कर नया राज्य बनाया गया था।
विश्व टीकाकरण दिवस, जो हर साल 10 नवंबर को मनाया जाता है, का उद्देश्य संक्रामक रोगों से बचाव और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा में टीकों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। टीकाकरण, बीमारियों के नियंत्रण और उन्मूलन के लिए सबसे प्रभावी और लागत-कुशल कार्यक्रमों में से एक है, जो हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों की जान बचाता है। टीके लोगों को खसरा, पोलियो, तपेदिक और कोविड-19 जैसी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। संक्रामक रोगों को कम करके, टीकाकरण न केवल लोगों की सुरक्षा करता है बल्कि जन-समुदाय प्रतिरक्षा का निर्माण करके सामुदायिक स्वास्थ्य को भी मजबूत करता है। यह दिन दुनिया भर की सरकारों, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और समुदायों को खासकर वंचित आबादी के बीच टीकों के महत्व पर जोर देने और टीकाकरण कवरेज का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
सभी नागरिकों के लिये उचित निष्पक्ष और न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने हेतु जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (NLSD) की शुरुआत पहली बार 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिये की गई थी। वंचित और हाशिये पर रह रहे लोगों को कानूनी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से आठ नवम्बर 1995 को विधिक सेवा प्राधिकार अधिनियम बनाया गया था। इस ऐतिहासिक कानून के परिणामस्वरूप उसी वर्ष पांच दिसम्बर को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की स्थापना की गई, तब से राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस हर वर्ष मनाया जाता है।
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