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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरुवनंतपुरम सेंट्रल स्टेशन पर तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के बीच चलने वाली केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को झंडी दिखाकर कर रवाना किया। यह ट्रेन केरल के 11 जिलों से होकर गुजरेगी। तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन लगभग आठ घंटों में करीब 588 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन हजार दो सौ करोड रुपये से अधिक की लागत की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। श्री मोदी ने कोच्चि वॉटर मेट्रो भी राष्ट्र को समर्पित किया। यह परियोजना कोच्चि शहर से निर्बाध संपर्क के लिए बैटरी संचालित इलेक्ट्रिक हाईब्रिड नावों के जरिए कोच्चि के आसपास के 10 द्वीपों से जुडेगी। प्रधानमंत्री ने तिरुवनंतपुरम में डिजिटल साइंस पार्क की आधारशिला भी रखी। डिजिटल साइंस पार्क की परिकल्पना उद्योग तथा व्यवसाय इकाईयों में सहयोग के द्वारा डिजिटल उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने के लिए एक मुख्य अनुंसधान सुविधा के रूप में की गई है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सिलवासा, दादरा और नगर हवेली में 4850 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं में सिलवासा में नमो चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान का लोकार्पण और दमन में सरकारी स्कूलों, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, विभिन्न सड़कों के सौंदर्यीकरण, सुदृढ़ीकरण और चौड़ीकरण, मछली बाजार और शॉपिंग सेंटर और जल आपूर्ति योजना आदि का विस्तार जैसी 96 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण शामिल है। प्रधानमंत्री ने दीव और सिलवासा से प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) शहरी के लाभार्थियों को घर की चाबियां भी सौंपी।
भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन एक महारत्न सीपीएसयू- पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल) को ग्रीन ऑर्गनाइजेशन ने ग्लोबल गोल्ड पुरस्कार से सम्मानित किया है। 24 अप्रैल, 2023 को अमेरिका के मियामी में आयोजित ग्रीन वर्ल्ड अवार्ड्स- 2023 समारोह के दौरान यह सम्मान प्रदान किया गया। पावरग्रिड के निदेशक (कार्मिक) डॉ. वी. के. सिंह ने संगठन की ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार ओडिशा में कालाहांडी जिले के जयपटना प्रखंड के 10 गांवों में वाटरशेड प्रबंधन, सामुदायिक भागीदारी और बेहतर फसल प्रबंधन अभ्यासों के माध्यम से कृषि उत्पादकता व ग्रामीण आजीविका में सुधार के लिए पावरग्रिड के कारपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कार्य को एक मान्यता प्रदान करता है। यह 60 महीने की एक किसान केंद्रित परियोजना है, जिसे अक्टूबर, 2019 के अंत में शुरू किया गया था। वापस लिए जाने की योजना के साथ स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी। पावरग्रिड, समुदाय और पर्यावरण को लेकर कई सीएसआर कार्यक्रमों में खुद के शामिल होने पर जोर देता है।
भारतीय तटरक्षक और कोरियाई तटरक्षक के बीच 11वीं उच्च स्तरीय बैठक नई दिल्ली में हुई। दोनों पक्षों ने बेहतरीन पद्धतियों को साझा करने, संयुक्त अभ्यास आयोजित करने और प्रशिक्षण सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन के प्रावधानों के अनुसार मौजूदा रिश्तों को मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा की। यह उच्च स्तरीय बैठक 2016 में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के प्रावधानों के तहत आयोजित हुई। बैठक में संचालन स्तर की चर्चा और समुद्री खोज और बचाव के क्षेत्रों में क्षमता निर्माण पर ध्यान दिया गया।
भारत-मोजाम्बिक संयुक्त रक्षा कार्य समूह की चौथी बैठक नई दिल्ली में हुई। बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमिताभ प्रसाद और मोज़ाम्बिक के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के स्थायी सचिव कासिमिरो ऑगस्टो मुइयो ने की। दोनों पक्षों ने रक्षा संबंधों को सुदृढ करने के लिए सैन्य प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम, अभ्यास, चिकित्सा और क्षमता निर्माण सहित व्यापक मुद्दों पर चर्चा की।
पशु पालन और डेयरी विभाग ने पशुधन जागृति अभियान के अंतर्गत उद्यमिता कार्यक्रम के बारे में जागरूकता फैलाने और घर पर ही पशु चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए दो हजार शिविरों का आयोजन किया। विभाग ने आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के अंतर्गत सभी आकांक्षी जिलों में यह अभियान चलाया। पशुपालन विभाग ने कहा है कि इन शिविरों के माध्यम से लोगों को उद्यमिता, टीकाकरण और अन्य लाभोन्मुखी कार्यक्रमों से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी गई। करीब एक लाख किसान वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम में शामिल हुए।
देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद में सरकार के स्वास्थ्य व्यय की हिस्सेदारी 2014-15 में एक दशमलव एक-तीन प्रतिशत से बढ़कर 2019-20 में एक दशमलव तीन-पांच तक हो गई। कुल स्वास्थ्य व्यय में सरकार के स्वास्थ्य व्यय की हिस्सेदारी भी 2014-15 में 29 प्रतिशत से बढ़कर 2019-20 में 41 दशमलव चार प्रतिशत हो गई। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के पॉल ने 2019-20 के लिए भारतीय राष्ट्रीय लेखा अनुमानों को जारी किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण भी उपस्थित थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य क्षेत्र में सार्वजनिक खर्च बढ़ा है जो 2017 की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के अनुरूप है। इसके अनुसार जन स्वास्थ्य का दो तिहाई खर्च प्राथमिक स्वास्थ्य प्रणाली पर होना चाहिए।
तमिलनाडु के शिवगंगई जिले का एक छोटा सा गांव मनामदुरई मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए जाना जाता है। यह परंपरा पीढ़ी-दर-पीढ़ी चली आ रही है, और आज मनामदुरई मिट्टी के बर्तनों को अपनी अनूठी शैली और शिल्प कौशल के लिए दुनिया भर में पहचाना जाता है। मनामदुरई मिट्टी के बर्तनों ने हाल ही में भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग अर्जित किया है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा पर बसे सीमांत गांव माणा के प्रवेश द्वार पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 'भारत का पहला गांव' होने का साइन बोर्ड लगा दिया है। इसकी फोटो राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर शेयर की। धामी ने फोटो अपलोड करते हुए लिखा कि अब माणा देश का आखिरी नहीं बल्कि पहले गांव के रूप में जाना जाएगा। CM पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमांत गांव माणा में उसे देश के पहले गांव के रूप में संबोधित किया था और हमारी सरकार सीमांत क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास हेतु सदैव समर्पित है। 21 अक्टूबर 2022 को माणा में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने मुख्यमंत्री से माणा को भारत का अंतिम गांव की बजाय देश का पहला गांव कहे जाने पर मुहर लगाते हुए कहा था कि अब तो उनके लिए भी सीमाओं पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है।
चोल काल से संबंधित भगवान हनुमान जी की चोरी की गई मूर्ति को पुनः प्राप्त कर लिया गया है और इस प्रतिमा को तमिलनाडु के आइडल विंग को सौंप दिया गया है। तमिलनाडु के अरियालुर जिले के पोट्टावेली वेल्लूर में स्थित श्री वरथराजा पेरुमल के विष्णु मंदिर से भगवान हनुमान की मूर्ति को चुरा लिया गया था। यह प्रतिमा उत्तर चोल काल (14वीं-15वीं शताब्दी) से संबंधित है। 1961 में "पांडिचेरी के फ्रांसीसी संस्थान" द्वारा इसे प्रलेखित किया गया था। कैनबरा में भारत के उच्चायुक्त को इस प्रतिमा को सौंपा गया। फरवरी, 2023 के अंतिम सप्ताह में इस प्रतिमा को भारत लौटा दिया गया और 18.04.2023 को केस प्रॉपर्टी के रूप में तमिलनाडु के आइडल विंग को सौंप दिया गया।
वायु सेना अभ्यास कोप इंडिया-2023 का छठा संस्करण पिछले दो सप्ताहों के दौरान कलाईकुंडा, पानागढ़ और आगरा स्थित वायु सेना स्टेशनों में आयोजित किया गया था। यह भारतीय वायु सेना (आईएएफ) और अमरीका की वायु सेना (यूएसएएफ) के बीच नियमित एक वायु अभ्यास का हिस्सा है, जिसका समापन 24 अप्रैल 2023 को हुआ। इस अभ्यास में भारतीय वायु सेना की तरफ से रफाल, तेजस, सुखोई-30एमकेआई , जगुआर, सी-17 और सी-130 जैसे अग्रिम पंक्ति के विमानों ने हिस्सेदारी की थी। अमरीका की वायु सेना की ओर से एफ-15 'स्ट्राइक ईगल' लड़ाकू विमान, सी-130, एमसी-130जे, सी-17 और बी1बी जैसे सामरिक बमवर्षक विमानों ने भाग लिया। इस अभ्यास में जापान की एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स के वायु कर्मियों ने भी पर्यवेक्षकों के रूप में भाग लिया।
ग्रुप ऑफ सेवन (G7) के कृषि मंत्रियों ने ब्लैक सी ग्रेन इनिशिएटिव (BSGI) डील के विस्तार और पूर्ण कार्यान्वयन हेतु एक आधिकारिक बयान जारी किया है जिसके तहत यूक्रेन को अपने ब्लैक सी बंदरगाहों से 27 मिलियन टन से अधिक अनाज निर्यात करने की अनुमति प्राप्त होती है। यह डील जुलाई 2022 में संयुक्त राष्ट्र और तुर्किये की मध्यस्थता में गई थी लेकिन रूस (जिसने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला किया था) ने अपनी अनाज और उर्वरक निर्यात की सुविधा को लेकर संकेत दिया कि वह 18 मई, 2023 से आगे इस डील को जारी रखने की अनुमति नहीं देगा। G7 मंत्रियों ने इस संदर्भ में रूस द्वारा समस्या पैदा करने के तरीके को अस्वीकार किया है। इन सभी ने यूक्रेन के पक्ष में रहने और उन लोगों की मदद करने पर बल दिया है जो रूस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई से सबसे अधिक प्रभावित हैं। G7 सदस्यों ने यूक्रेन में शांति बहाली और पुनर्निर्माण हेतु सहायता प्रदान करने पर बल दिया है जिसमें कृषि भूमि से संबंधित बुनियादी ढाँचे के पुनर्निर्माण में सहायता देना शामिल है।
भारत की प्रमुख निजी कंपनियों में से एक ITC लिमिटेड ने 78 किसान-उत्पादक कंपनियों (FPCs) के गठन में मदद करके एक असाधारण उपलब्धि हासिल की है, जिसे किसान उत्पादक संगठन के रूप में भी जाना जाता है। FPC एक ऐसी कंपनी है जिसका स्वामित्त्व और संचालन किसानों के पास है। यह इन किसानों को उनके द्वारा उगाई जाने वाली फसलों को एक साथ और समूह के रूप में बेचने में मदद करती है, जिससे उनके उत्पादों को बेहतर मूल्य प्राप्त करना आसान हो जाता है। किसान उपकरण और आपूर्ति जैसी वस्तुओं पर साथ मिलकर काम करके भी पैसा बचा सकते हैं तथा अपनी खेती के तरीकों को बेहतर बनाने के लिये ज्ञान एवं विशेषज्ञता साझा कर सकते हैं। यह उन्हें अपने दम पर बड़े, अधिक सुव्यवस्थित व्यवसायों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने के बजाय एक समूह के रूप में अधिक कुशल और लाभदायक स्थिति प्राप्त करने की अनुमति देता है। FPC के गठन में मदद करने के लिये ITC ने क्लस्टर-आधारित व्यवसाय संगठन (CBBO) के रूप में कार्य किया। FPC को हैंड-होल्डिंग सहायता प्रदान करने और वर्ष 2024 तक 10,000 FPO बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये केंद्रीय बजट 2019-20 में एक अवधारणा पेश की गई। केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, CBBO की घोषणा के बाद FPC के गठन में भारी वृद्धि देखी गई है, जो वर्ष 2018 के लगभग 5,000 से बढ़कर वर्ष 2023 में 16,000 से अधिक हो गई हैं।
मूल संरचना के सिद्धांत को इस वर्ष 50 वर्ष हो गए और इसे भारत के संवैधानिक इतिहास में एक मील का पत्थर माना जाता है। मूल संरचना का सिद्धांत एक संवैधानिक सिद्धांत को संदर्भित करता है जिसे 1973 के केशवानंद भारती मामले में संवैधानिक पीठ द्वारा स्थापित किया गया था। खंडपीठ ने फैसला सुनाया कि संसद संविधान के किसी भी हिस्से में तब तक संशोधन कर सकती है जब तक कि वह संविधान की बुनियादी संरचना या आवश्यक विशेषताओं में परिवर्तन या संशोधन नहीं करता। जबकि न्यायालय ने 'मूल संरचना' शब्द को परिभाषित नहीं किया, इसने कई सिद्धांतों को सूचीबद्ध किया जो इसका हिस्सा हैं। मूल संरचना के सिद्धांत की व्याख्या संविधान की सर्वोच्चता, कानून के शासन, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, शक्तियों के पृथक्करण के सिद्धांत, संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य, सरकार की संसदीय प्रणाली, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांत, कल्याणकारी राज्य आदि को शामिल करने के लिये की गई है। मूल संरचना के सिद्धांत का महत्त्व राजनीतिक शक्ति को सीमित करने, न्यायिक समीक्षा प्रक्रिया और शक्ति का बुद्धिमानी से प्रयोग करने तथा अंतिम निर्णय लेने का अधिकार सर्वोच्च न्यायालय को है। न्यायिक स्वतंत्रता कानून के शासन के सार के लिये महत्त्वपूर्ण है एवं संविधान की अखंडता को बनाए रखने के लिये संवैधानिक परंपराओं और प्रथाओं हेतु सम्मान महत्त्वपूर्ण है। एस.आर. बोम्मई मामले (1994) में मूल संरचना के सिद्धांत के अनुप्रयोग को देखा जा सकता है, जहाँ सर्वोच्च न्यायालय ने राष्ट्रपति के माध्यम से भाजपा सरकारों की बर्खास्तगी को बरकरार रखा, इन सरकारों को धर्मनिरपेक्षता के लिये खतरा बताया।
रूस-यूक्रेन युद्ध को एक साल से ज्यादा समय हो गया है। रूस अब युद्ध में गाइडेड बम का इस्तेमाल कर रहा है। अभी तक रूस इस युद्ध में इनका इस्तेमाल छिट-पुट तरीके से कर रहा था। लेकिन हाल ही में, यूक्रेनी सरकार ने रूसी बलों द्वारा किए गए निर्देशित बम हमलों की संख्या में वृद्धि की सूचना दी है। ये बम पंखों और एक उपग्रह नियंत्रण प्रणाली से लैस हैं जो सटीक लक्ष्यीकरण की अनुमति देता है। रूस के पास जो आधुनिक, उपग्रह-निर्देशित बम है, उसे UPAB-1500B कहा जाता है। इसके अतिरिक्त, रूसी सेना एफएबी-प्रकार के बमों का उपयोग करती है, जो उच्च विस्फोटक बम हैं। यूक्रेन के सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि रूस के पास फिलहाल दो तरह के गाइडेड बम हैं। यूक्रेन के लिए खुद को निर्देशित बमों से बचाना मुश्किल है क्योंकि वे वर्तमान में सोवियत एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम का उपयोग करते हैं जो हवाई बमों के खिलाफ ज्यादा प्रभावी नहीं हैं।
मोंटेवीडियो मारू (Montevideo Maru) एक जहाज था जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान डूब गया था, जिसके परिणामस्वरूप 14 विभिन्न देशों के लगभग 1,060 युद्ध बंदियों और नागरिकों की मृत्यु हुई थी। 81 वर्षों तक इस जहाज का मलबा नहीं मिल पाया। हाल ही में एक तकनीकी निदेशक और पनडुब्बी विशेषज्ञ कैप्टन रोजर टर्नर (Captain Roger Turner) के नेतृत्व में साइलेंटवर्ल्ड फाउंडेशन द्वारा इसकी खोज की गई। मोंटेवीडियो मारू एक जापानी मालवाहक जहाज था जिसका उपयोग द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान युद्ध बंदियों और नागरिकों को ले जाने के लिए किया जाता था। 1 जुलाई, 1942 को, दक्षिण चीन सागर में एक अमेरिकी पनडुब्बी द्वारा इस जहाज को टारपीडो से निशाना बनाया गया और यह डूब गया। इस जहाज में लगभग 979 ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों और नागरिकों के साथ-साथ यूनाइटेड किंगडम, न्यूजीलैंड और नीदरलैंड सहित अन्य देशों के कैदी सवार थे। दुर्भाग्य से, इस जहाज़ पर कोई भी डूबने से नहीं बचा, और यह ऑस्ट्रेलियाई इतिहास में सबसे घातक समुद्री आपदाओं में से एक बन गया।
हर साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 25 अप्रैल को एन्जैक दिवस (Anzac Day) मनाया जाता है। वह दिन स्मरण के राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है जो उन सभी न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलियाई लोगों को याद करता है जो युद्ध, संघर्ष और शांति अभियानों में मारे गए। ANZAC का अर्थ Australian and New Zealand Army Corps है। इस दिन के द्वारा मूल रूप से न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलियाई सेनाओं के सदस्यों को सम्मानित करने की योजना बनाई गई थी जिन्होंने गैलीपोली अभियान (Gallipoli Campaign) में काम किया था।
हर साल, विश्व स्वास्थ्य संगठन और कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस (World Malaria Day) मनाया जाता है। इस वर्ष मलेरिया दिवस 2023 की थीम ‘Ready To Combat Malaria’ है, यानी मलेरिया से लड़ने के लिए तैयार रहें। मलेरिया परजीवी के कारण होने वाली एक जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से लोगों में फैलती है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि 2015 से 2022 के दौरान भारत में मलेरिया से जुडे मामलों में 85 दशमलव एक प्रतिशत की कमी आई है और इससे जान गंवाने वालों की संख्या 83 दशमलव तीन-छह प्रतिशत घटी है।
हर साल 25 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि दिवस मनाया जाता है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र में सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों और प्रतिनिधियों के कार्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। प्रतिनिधि अपने देशों का प्रतिनिधित्व करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की बैठकों में भाग लेते हैं। प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र महासभा और अन्य बाहर, जैसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने देश की ओर से बोलते हैं और वोट देते हैं, जब तक कि कोई उच्च-रैंकिंग राजनेता मौजूद न हो। प्रतिनिधियों को उनकी संबंधित सरकारों द्वारा चुना जाता है। नतीजतन, वे उस सरकार के सर्वोत्तम हित में कार्य करते हैं जिसके लिए वे काम करते हैं।
24 अप्रैल को विश्व प्रयोगशाला पशु दिवस या प्रयोगशाला पशुओं के लिए विश्व दिवस मनाया जाता है। विश्व प्रयोगशाला पशु दिवस का लक्ष्य दुनिया भर की प्रयोगशालाओं में जानवरों की पीड़ा को समाप्त करना है और उन्नत वैज्ञानिक गैर-पशु तकनीकों के साथ उनके प्रतिस्थापन को बढ़ावा देना है। बायोमेडिकल शोध के लिए प्रयोगशाला जानवर रोगों के कारण, निदान और उपचार का खोज करने के लिए, सौंदर्य उत्पादों उद्योग में भी उपयोग किए जाते हैं। कुछ जानवरों मानवों के समान होते हैं, जैसे की चूहे जो हमारे से 98% से अधिक डीएनए को साझा करते हैं, और कैंसर जैसी समान बीमारियों के शिकार भी होते हैं। यह दिन राष्ट्रीय एंटी-विविसेक्शन सोसाइटी (NAVS) द्वारा चार दशक से अधिक पहले स्थापित किया गया था, और तब से यह अभियान विशाल लोकप्रियता और असंख्य समर्थकों को प्राप्त हुआ है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल (95) का निधन हो गया। 1952 में बादल गांव से चुने जाने पर बादल सबसे कम उम्र के सरपंच थे। वह 1970 में पंजाब के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री और फिर 2012 में सबसे उम्रदराज सीएम भी बने। उन्होंने 1970-71, 1977-80, 1997-2002, 2007-12 और 2012-17 तक पांच बार सीएम बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। वह लोकसभा सांसद भी थे और थोड़े समय के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में भी कार्य किया। अकाली दल के संरक्षक 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सबसे उम्रदराज उम्मीदवार थे। हालांकि, लांबी विधानसभा सीट से वह आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार गुरमीत खुददियन के हाथों 11,357 मतों से हार गए थे।
भारतीय सर्कस के पितामह कहे जाने वाले जेमिनी शंकरन का 99 साल की उम्र में निधन हो गया। जेमिनी शंकरन एक उम्दा कलाकार होने के साथ ही जेमिनी और जंबो सर्कस कंपनियों के संस्थापक भी थे। वह भारत के सबसे पुराने सर्कस कलाकार माने जाते हैं। उन्होंने एक सर्कस कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया और देश-विदेश में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किया। उन्हें एमवी शंकरन नाम से भी जाना जाता था। उनकी जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, मार्टिन लूथर किंग, माउंटबेटन और अंतरिक्ष यात्री वेलेंटीना टेरेशकोवा के साथ बहुत अच्छे संबंध थे। उन्होंने इंडियन सर्कस फेडरेशन के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया। शंकरन का जन्म 13 जून साल 1924 को केरल के कोलास्सेरी, थालास्सेरी में हुआ था।
पाकिस्तानी-कनाडाई जर्नलिस्ट तारेक फ़तह का निधन हो गया। वे 73 वर्ष की उम्र में कैंसर से जूझते हुए अंतिम सांस ली। फतेह का जन्म 20 नवंबर, 1949 को कराची में हुआ था। उनके माता-पिता बंबई से कराची आए थे। तारेक फतह ने जर्नलिज्म करियर की शुरुआत 1970 में कराची सन में रिपोर्टर के रूप में की थी, और बाद में पाकिस्तान टेलीविजन के लिए एक जांचकर्ता के रूप में काम किया। 1977 में, जिया-उल-हक सरकार ने उन्हें देशद्रोह के आरोप में आरोपित किया, जिससे उन्हें सऊदी अरब जाना पड़ा, और फिर 1987 में कनाडा बस गए। उन्होंने टोरोंटो रेडियो स्टेशन CFRB न्यूटॉक 1010 के लिए एक प्रसारणकर्ता के रूप में काम शुरू किया, और कुछ अन्य कनाडा के मीडिया संगठनों में काम करने के बाद अंततः टोरोंटो सन के कॉलम्निस्ट बन गए।फतह ने विभिन्न राजनीतिक समूहों से जुड़वाया है, जिसमें कनाडा के लिबरल पार्टी और ऑंटारियो न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी शामिल हैं। उन्हें डोनर प्राइज, हेलेन और स्टैन वाइन कैनेडियन बुक अवार्ड जैसे संगठनों से पुरस्कार मिले हैं। फ़तह ने दो पुस्तकें लिखीं, “चेसिंग ए मिराज” जिसमें आधुनिक इस्लाम की आलोचना की गई थी, और “The Jew is not my enemy” जिसमें मुस्लिम और यहूदी समुदायों के बीच के संबंधों का इतिहास विस्तार से विश्लेषण किया गया था।
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