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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के संबलपुर में 68 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। श्री मोदी ने कई बिजली, सड़क और रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का अनावरण किया। इन परियोजनाओं में भारतीय प्रबंध संस्थान-आईआईएम, संबलपुर के 402 करोड़ रुपये के स्थायी परिसर का उद्घाटन भी शामिल है। श्री मोदी ने पुरी-सोनेपुर-पुरी साप्ताहिक एक्सप्रेस रेलगाड़ी को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे तटीय और पश्चिमी ओडिशा क्षेत्रों के बीच संपर्क में सुधार होगा। इसके अलावा उन्होंने झारसुगुड़ा प्रधान डाकघर विरासत भवन को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना के धामरा-अंगुल पाइपलाइन खंड का उद्घाटन किया। उन्होंने 27 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत की नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन की तालाबीरा ताप विद्युत परियोजना की भी आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने लगभग 2110 करोड़ रुपये की लागत से विकसित तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क क्षेत्र परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रमंडल कानूनी शिक्षा संघ (सीएलईए)- राष्ट्रमंडल अटॉर्नी और सॉलिसिटर जनरल सम्मेलन (सीएएसजीसी) 2024 का उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का विषय "न्याय दिलाने में सीमा पार चुनौतियां" है। इस सम्मेलन में अन्य मुद्दों के अलावा कानून और न्याय से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों जैसे न्यायिक परिवर्तन और वकालत के नैतिक आयामों, कार्यकारी जवाबदेही; और मौजूदा कानूनी शिक्षा में बदलाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इस सम्मेलन में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों के साथ-साथ एशिया-प्रशांत, अफ्रीका और कैरेबियाई क्षेत्रों में फैले राष्ट्रमंडल देशों के अटॉर्नी जनरल और सॉलिसिटर जनरल की भागीदारी देखी गई। यह सम्मेलन राष्ट्रमंडल कानूनी बिरादरी में विभिन्न हितधारकों के बीच बातचीत के लिए मंच प्रदान करके एक अद्वितीय माध्यम के रूप में कार्य करता है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत-रत्न से सम्मानित किया जाएगा। लाल कृष्ण आडवाणी 50वें शख्स हैं, जिन्हें 'भारत रत्न' दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री आडवाणी को फोनकर उन्हें यह सम्मान दिये जाने पर बधाई दी है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में श्री मोदी ने कहा कि श्री आडवाणी मौजूदा समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक हैं और भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को भेज दिया है और उनसे इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध किया है। अपने त्यागपत्र में उन्होंने बताया है कि वह निजी कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण इस्तीफा दे रहे हैं।
हाल ही में, ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (Corruption Perceptions Index – CPI) 2023 जारी किया गया है जिसमें दिखाया गया है कि अधिकांश देशों ने सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार से निपटने में बहुत कम या कोई प्रगति नहीं की है। CPI दुनिया भर के 180 देशों और क्षेत्रों को उनके सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के अनुमानित स्तर के आधार पर 0 (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (बहुत साफ) के पैमाने पर स्कोर करता है। सीपीआई 2023 में भारत 180 देशों में से 93वें स्थान पर था। 2023 में भारत का कुल स्कोर 39 था, जो 2022 में 40 से थोड़ा कम है। 2022 में, भारत 85वें स्थान पर था। डेनमार्क 90 के स्कोर के साथ लगातार छठे वर्ष सूचकांक में शीर्ष पर है, फिनलैंड और न्यूजीलैंड क्रमशः 87 और 85 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर हैं। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल एक अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है जिसकी स्थापना वर्ष 1993 में बर्लिन (जर्मनी) में की गई थी।
दिल्ली नगर निगम (MCD) ने दिल्ली में संपत्ति जियोटैगिंग की समय सीमा 29 फरवरी, 2024 तक बढ़ा दी है। यह प्रक्रिया पहले 31 जनवरी तक पूरी की जानी थी। जियोटैगिंग का तात्पर्य अक्षांश और देशांतर जैसी भौगोलिक जानकारी को फोटो जैसे मीडिया से जोड़ना है। संपत्तियों के लिए, इसका मतलब है कि उनके स्थान की पहचान करने के लिए उन्हें डिजिटल रूप से मैप करना। एमसीडी ऐप का उपयोग करने वाले लोगों, विशेषकर आईफोन उपयोगकर्ताओं को आने वाली तकनीकी कठिनाइयों के कारण समय सीमा बढ़ानी पड़ी।
कर्नाटक सरकार ने हाल ही में ऑल इंडिया गेम डेवलपर्स फोरम (AIGDF) के सहयोग से एक नई ‘डिजिटल डिटॉक्स’ पहल की घोषणा की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रौद्योगिकी के अत्यधिक उपयोग के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना और अधिक जागरूक डिजिटल आदतों को प्रोत्साहित करना है। ‘डिजिटल डिटॉक्स’ पहल का लक्ष्य लोगों द्वारा डिजिटल उपकरणों और सोशल मीडिया में बिताए जाने वाले समय को कम करना है। GAFX 2024 कार्यक्रम में बोलते हुए, आईटी और बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, ध्यान अवधि को कम करना और व्यक्तिगत संबंधों को कमजोर करना जैसे मुद्दों को संबोधित करना है जो डिजिटल निर्भरता से उत्पन्न हो सकते हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विशाखापत्तनम के नौसेना डॉकयार्ड में भारतीय नौसेना के सर्वेक्षण पोत संध्याक के जलावतरण समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने सुरक्षा और व्यापार के मामले में भारतीय नौसेना की शक्ति और कौशल पर प्रकाश डाला। आईएनएस संधायक का निर्माण जीआरएसई कोलकाता में किया गया था। इसमें 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल हुआ है। इससे डिजाइन और युद्धपोत निर्माण में भारत की विशेषज्ञता की पुष्टि होती है। आईएनएस संध्याक गहरे और उथले पानी के मल्टी-बीम इको-साउंडर्स, स्वायत्त अंडरवाटर वाहन, दूर से संचालित वाहन, साइड स्कैन सोनार, डेटा अधिग्रहण और प्रसंस्करण प्रणाली, उपग्रह-आधारित पोजिशनिंग सिस्टम सहित अत्याधुनिक जलमाप चित्रण संबंधी जलीय उपकरणों से सुसज्जित है। स्थलीय सर्वेक्षण उपकरण जहाज दो डीजल इंजनों द्वारा संचालित है और 18 समुद्री मील से अधिक की गति प्राप्त करने में सक्षम है। 'संध्याक' का अर्थ है विशेष खोज करने वाला।
25टी बोलार्ड पुल (बीपी) टग नौका महाबली को 02 फरवरी 2024 को रियर एडमिरल सुबीर मुखर्जी, एनएम, एएसवाई (कोच्चि) की उपस्थिति में भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया है। यह बहुउद्देशीय नौका भारत सरकार की "मेक इन इंडिया" पहल की गौरवशाली ध्वजवाहक है। भारत सरकार की "आत्मनिर्भर भारत" पहल के अनुरूप तीन 25टी बोलार्ड पुल टग नौकाओं के निर्माण और उन्हें नौसेना को सौंपने के लिए एक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मेसर्स शॉफ्ट शिपयार्ड प्राइवेट लिमिटेड (एम/एस एसएसपीएल) के साथ अनुबंध किया गया था।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), कौशल विकास और उद्यमिता और जल शक्ति राज्य मंत्री, श्री राजीव चंद्रशेखर ने "डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स" का शुभारम्भ (लॉन्च) किया और 'डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स सम्मेलन (समिट) 2024' में मुख्य भाषण दिया, जो डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स के माध्यम से अगली पीढ़ी के जनरेशन इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन को उत्प्रेरित करना ('कैटालाइजिंग द नेक्स्ट-' जेनेरेशन इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन थ्रू डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स) पर केंद्रित था। शिखर सम्मेलन में फ्यूचरलैब्स के कार्यान्वयन के लिए उद्योग के साथ उन्नत कंप्यूटिंग विकास केंद्र (सेंटर फॉर डेवलपिंग एडवांस्ड कम्प्यूटिंग- सी-डैक) के 22 समझौता ज्ञापनों की घोषणा भी की गई। एनएक्सपी सेमीकंडक्टर, टेनस्टोरेंट और क्वालकॉम इंडिया जैसी कंपनियों ने उच्च क्षमता (हाई परफॉर्मेंस) कंप्यूटिंग स्पेस, कंप्यूट स्पेस में डिजाइन और नवप्रवर्तन (इनोवेशन) और भारतीय टेलीकॉम स्टैक जैसे क्षेत्रों में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी के लिए सामग्री केन्द्र (सी-एमईटी) भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के अंतर्गत एक स्वायत्त वैज्ञानिक समिति है। इसकी तीन अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाएँ पुणे, हैदराबाद और त्रिशूर में स्थित हैं जो महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों पर विभिन्न मुख्य विषयों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। सी-मेट, हैदराबाद प्रयोगशाला धातुओं और मिश्र धातुओं सहित इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों और युद्ध कौशल संबंधी सामग्रियों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। सी-मेट, हैदराबाद के मुख्य विषयों में से एक देश में संसाधन कौशल और सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल ई-कचरा रीसाइक्लिंग प्रौद्योगिकियों का विकास करना है। जैसा कि 2019 में जानकारी दी गई थी, भारत प्रति वर्ष लगभग 3.2 मिलियन टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा उत्पन्न करता है, जिसमें सीसा, कैडमियम, क्रोमियम, पारा आदि जैसी खतरनाक सामग्रियों के अलावा सोना, तांबा, पैलेडियम, चांदी आदि जैसी कई कीमती सामग्रियां शामिल होती हैं, जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए अपूरणीय खतरे का कारण बन सकती हैं।
मसाले और पाक-कला संबंधित जड़ी-बूटियों पर कोडेक्स समिति (सीसीएससीएच) का 7वां सत्र 29 जनवरी, 2024 से 2 फरवरी, 2024 तक कोच्चि में आयोजित किया गया था। कोविड महामारी के बाद, पहली बार यह सम्मेलन प्रतिभागियों की मौजूदगी में संपन्न हुआ। महामारी के दौरान सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल रूप से किया गया था। सत्र में 31 देशों के 109 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन का आयोजन सफल रहा। इस सत्र में पांच मसालों, छोटी इलायची, हल्दी, जुनिपर बेरी, जमैका काली मिर्च (ऑलस्पाइस) और चक्रफूल (स्टार एनीस) के लिए गुणवत्ता मानकों को अंतिम रूप दिया गया। कोडेक्स समिति ने पांच मानकों को अंतिम चरण आठ में पूर्ण कोडेक्स मानकों के रूप में अपनाने की सिफारिश करते हुए कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (सीएसी) को भेज दिया है। इस समिति में पहली बार मसालों के समूहीकरण की रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया गया। समिति ने वर्तमान सत्र में 'फलों और जामुनों से प्राप्त मसालों' (3 मसालों, जैसे जुनिपर बेरी, जमैका काली मिर्च (ऑलस्पाइस) और चक्रफूल (स्टार एनीस) को शामिल करते हुए) पहले समूह मानक को अंतिम रूप दिया।
खेल मंत्रालय ने समय पर चुनाव कराने में विफल रहने और दिशा-निर्देशों का पालन न करने के कारण भारतीय पैरालंपिक समिति को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। खेल मंत्रालय ने कल अपने आदेश में कहा है कि कार्यकारी समिति का कार्यकाल 31 जनवरी को समाप्त हो गया था और भारतीय पैरालंपिक समिति के पिछले चुनाव सितंबर 2019 में हुए थे। दिल्ली उच्च न्यायालय के एक आदेश के कारण 3 सितंबर 2019 को चुनाव की अधिसूचना पर रोक लगा दी गई थी और रिटर्निंग अधिकारी को चुनाव के परिणाम घोषित करने से भी रोक दिया गया था। मंत्रालय ने कहा है कि नई समिति के गठन के लिए चुनाव अब 28 फरवरी को बेंगलुरु में होंगे।
2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस (World Wetlands Day) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य ग्लोबल वार्मिंग का सामना करने में आर्द्रभूमि जैसे दलदल तथा मंग्रोव के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से, विश्व आर्द्रभूमि दिवस (वर्ल्ड वेटलैंड्स डे- डब्ल्यूडब्ल्यूडी) 2024 का जश्न मनाने के लिए इंदौर नगर निगम और पर्यावरण योजना और समन्वय संगठन (ईपीसीओ), मध्य प्रदेश सरकार के माध्यम से सिरपुर झील, इंदौर में एक राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन किया। विश्व आर्द्रभूमि दिवस-2024 का विषय 'आर्द्रभूमि एवं मानव कल्याण' है जो हमारे जीवन को बेहतर बनाने में आर्द्रभूमि की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिंदी और उड़िया फिल्मों के अभिनेता साधु मेहर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। ओडिशा के बौध जिले के मनामुंडा के मूल निवासी मेहर ने उड़िया सिनेमा में काम करने से पहले 1969 में 'भुवन शोम', 'अंकुर' और 'मृगया' जैसी हिंदी फिल्मों से अपना करियर शुरू किया था। पांच साल बाद 1974 में अभिनेता को श्याम बेनेगल की हिंदी फिल्म 'अंकुर' में अपने लीड रोल के लिए सम्मानित किया गया था। मेहर को '27डाउन' (1974), 'मंथन' (1976) और 'इंकार' (1977) जैसी अन्य हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिका के लिए भी जाना जाता था। साधु मेहर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले ओडिशा के पहले व्यक्ति बने। 'अंकुर' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। मनोरंजन के क्षेत्र में आजीवन योगदान के लिए उन्हें 2017 में पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था। उन्हें 2011 में ओडिशा सरकार द्वारा जयदेव सम्मान से सम्मानित किया गया था। मेहर ने कई बंगाली फिल्मों में भी काम किया, जिनमें बुद्धदेव दासगुप्ता, संदीप रे और उत्पलेंदु चक्रवर्ती द्वारा निर्देशित फिल्में शामिल हैं। 1989 में सब्यसाची महापात्रा की संबलपुरी भाषा की फिल्म 'भूखा' में मेहर के किरदार को खूब सराहा गया।
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