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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया। उन्होंने नए परिसर में एक पट्टिका का अनावरण करने के साथ एक पौधा भी लगाया। श्री मोदी की यात्रा के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पटना मंडल की अधीक्षण पुरातत्वविद् गौतमी भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री को प्राचीन खंडहरों के बारे में जानकारी दी। नई यूनिवर्सिटी की शुरुआत भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (EAS) देशों के बीच सहयोग के तौर पर की गई है। EAS देशों में 10 ASEAN देशों को मिलाकर कुल 18 देश शामिल हैं। इनमें भारत भी शामिल है। इनमें से 17 देशों के एंबेसडर कार्यक्रम में मौजूद रहे। 450 एकड़ में बना ये कैंपस दुनिया का सबसे बड़ा नेट जीरो ग्रीन यूनिवर्सिटी कैंपस है। 2014 में यूनिवर्सिटी में पहले बैच के लिए एडमिशन हुआ था और 6 डिपार्टमेंट्स के साथ कैंपस की शुरुआत हुई थी। नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना 427 ईसवी में सम्राट कुमारगुप्त ने की थी। ये दुनिया की पहली रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी हुआ करती थी। प्राचीन समय में इस यूनिवर्सिटी में चीन, कोरिया, जापान, तिब्बत, मंगोलिया, श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व एशिया से आए 2000 टीचर्स और लगभग 10,000 स्टूडेंट्स पढ़ा करते थे। ये यूनिवर्सिटी नालंदा महावीर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नालंदा महावीर को 2016 में UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया था। नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना 2010 में की गई थी। 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम ने बिहार विधानसभा में यूनिवर्सिटी को दोबारा स्थापित करने का सुझाव दिया था।
केंद्र सरकार ने 14 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, महाराष्ट्र का वधावन बंदरगाह विकसित करने और गुजरात तथा तमिलनाडु में पहला पवन टर्मिनल विकसित करने का निर्णय लिया है। सरकार ने वाराणसी हवाई अड्डे के विकास और राष्ट्रीय फोरेंसिक अवसंरचना वृद्धि योजना के लिए भी फैसले लिए हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार ने कैबिनेट बैठक में पांच बड़े फैसले लिए हैं। कैबिनेट ने 14 फसलों पर विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य -एमएसपी को मंजूरी दी है। पिछले वर्ष की तुलना में एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि तिलहन और दालों के लिए की गई है, जैसे नाइजरसीड (983 रुपये प्रति क्विंटल), उसके बाद तिल (632 रुपये प्रति क्विंटल) और तुअर/अरहर (550 रुपये प्रति क्विंटल)। श्री वैष्णव ने बताया कि केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के वधावन में सभी मौसम के लिए उपयुक्त ग्रीनफील्ड बंदरगाह विकसित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस बंदरगाह को बनाने में 76 हजार रुपये से अधिक की लागत आएगी और पूरा होने के बाद यह दुनिया के शीर्ष 10 बंदरगाहों में से एक होगा। श्री वैष्णव ने यह भी बताया कि कैबिनेट ने दो हजार 869 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास को मंजूरी दे दी है।
18 जून को थाईलैंड की संसद ने समलैंगिक विवाह से जुड़े बिल को पारित किया। अब दक्षिण पूर्वी एशिया में थाईलैंड सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने वाला पहला देश बन गया है। हालांकि, थाईलैंड के राजा वजिरालंकरण की मंजूरी के बाद ही विधेयक को कानूनी मान्यता मिलेगी। इस बिल पर वोटिंग के दौरान संसद में 152 सदस्य मौजूद थे। इनमें से 130 सदस्यों ने बिल के पक्ष में वोट किया। संसद के 4 सदस्यों ने बिल के खिलाफ वोट किया और 18 सदस्यों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। ताइवान और नेपाल में भी सेम सेक्स मैरिज को कानूनी मान्यता मिल चुकी है। इंडोनेशिया और ब्रूनेई में समलैंगिक संबंध को गैर कानूनी अपराध माना जाता है।
18 जून को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बिना जरूरी डॉक्यूमेंट्स के देश में रह रहे अप्रवासियों के लिए प्रोटेक्शन प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की। ये प्रोग्राम ऐसे लोगों के लिए है जिन्होंने अमेरिकी नागरिकों से शादी की है, लेकिन ये बिना जरूरी डॉक्यूमेंट्स के अमेरिका में रह रहे हैं। इस प्रोटेक्शन प्रोग्राम का नाम है पैरोल इन प्लेस। इस प्रोग्राम के तहत ऐसे लोगों को नागरिकता दी जाएगी जो अमेरिकी नागरिक से शादी करने के बाद कम से कम 10 साल से देश में रह रहे हैं। इस प्रोग्राम से ऐसे कपल्स के बच्चों को भी नागरिकता मिल सकेगी। इस प्रोटेक्शन प्रोग्राम के जरिए लोगों को वर्क परमिट और सिटिजनशिप हासिल करना आसान हो जाएगा। इस प्रोग्राम का मकसद बिना डॉक्यूमेंट्स वाले अप्रवासियों के लिए ग्रीन कार्ड हासिल करने के प्रोसेस को आसान बनाना भी है।
भारतीय सेना की उत्तरी कमान ने 4.26 करोड़ रुपये मूल्य की 550 स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित असमी (ASMI) सबमशीन गन का ऑर्डर दिया है। यह भारतीय सेना में शामिल होने वाला पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित हथियार है। असमी सबमशीन गन का निर्माण हैदराबाद स्थित लोकेश मशीन लिमिटेड द्वारा किया गया है। असमी ,अस्मिता का संक्षिप्त रूप है, जिसका अर्थ है गर्व। इसे भारतीय सेना के सहयोग से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्र्योगशाला आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई), पुणे द्वारा डिजाइन किया गया है । असमी का डिज़ाइन को निर्माण के लिए सीएनसी (कम्प्यूटरीकृत न्यूमेरिकल कंट्रोल) मशीन निर्माता लोकेश मशीन्स लिमिटेड को सौंप दिया गया था। लोकेश मशीन लिमिटेड एयरोस्पेस-ग्रेड एल्यूमीनियम का उपयोग करके तेलंगाना के मेडक जिले में स्थित अपने टूरपैन कारखाने में असमी सबमशीन गन का निर्माण करती है।
बॉन, जर्मनी में मध्य-वर्षीय जलवायु चर्चाएं हाल ही में सीमित प्रगति के साथ संपन्न हुईं, जिससे इस वर्ष के अंत में बाकू, अज़रबैजान में आयोजित होने वाले COP29 शिखर सम्मेलन के लिए संभावित चुनौतीपूर्ण मार्ग के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं। UNFCCC सहायक निकायों (SB60) का 60वां सत्र, जिसे बॉन जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के रूप में भी जाना जाता है, का उद्देश्य जलवायु कार्रवाई से संबंधित महत्त्वपूर्ण मुद्दों से निपटकर COP29 का मार्ग प्रशस्त करना है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने रिया मनी ट्रांसफर (रिया) के साथ सहयोग किया है। रिया मनी ट्रांसफर सीमापार मुद्रा अंतरण उद्योग में अग्रणी है तथा यूरोनेट वर्ल्डवाइड, आईएनसी का औद्योगिक प्रखंड है। इस सहयोग से भारत भर के दूरदराज के क्षेत्रों में ग्राहकों को सुविधाजनक और सस्ती डोरस्टेप वित्तीय सेवाएं प्रदान करना संभव होगा। भारत की 65 प्रतिशत आबादी सीमित वित्तीय बुनियादी ढांचे वाले ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। इन परिवारों को विदेश से आने वाली मुद्रा की निकासी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे उन्हें वेतन का नुकसान होता है, यात्रा लागत, यात्रा के दौरान और घर पर नकदी के भंडारण से जुड़े जोखिम का भी सामना करना पड़ता है, क्योंकि उन्हें पूरी राशि निकालनी पड़ती है। आईपीपीबी और रिया की साझेदारी से लोगों को अपने घर पर बैंकिंग सेवाएं मिलेंगी। उन्हें केवल उतनी ही राशि निकालने में मदद मिलेगी जितनी उन्हें तुरंत जरूरत है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि वे पहले की परेशानियों और जोखिमों से बच जाएंगे। इस सुविधा से सही अर्थ में वित्तीय समावेशन होगा और इससे उनकी दीर्घकालिक आर्थिक वृद्धि होगी।
भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक सरकारी संगठन है। सीईआरटी-इन को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 70B के तहत इंसीडेंट रेस्पॉन्स के लिए राष्ट्रीय एजेंसी के रूप में नामित किया गया है। सीईआरटी-इन ने वित्तीय क्षेत्र से संबंधित साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग और सूचना साझाकरण को बढ़ावा देने के लिए मास्टरकार्ड के साथ हाथ मिलाया है। दोनों संस्थाओं ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत वे साइबर सुरक्षा इंसीडेंट रेस्पॉन्स, क्षमता निर्माण, वित्तीय क्षेत्र के लिए विशिष्ट साइबर खतरे की खुफिया जानकारी साझा करने और उन्नत मैलवेयर विश्लेषण के क्षेत्र में वित्तीय क्षेत्र के संबंध में अपनी साझा विशेषज्ञता का लाभ उठाएंगे।
विश्व बैंक और एसएंडपी ग्लोबल मार्केटिंग इंटेलिजेंस द्वारा साल 2023 के लिए तैयार की गई विशेष रिपोर्ट कंटेनर पोर्ट परफॉर्मेंस इंडेक्स (सीपीपीआई) में भारत के बंदरगाह विकास कार्यक्रम के प्रदर्शन को महत्वपूर्ण रूप सराहा गया है। इस रिपोर्ट के नवीनतम संस्करण में भारत के 9 बंदरगाहों ने वैश्विक शीर्ष 100 बंदरगाहों में अपनी जगह बनाई है। विशाखापत्तनम बंदरगाह वर्ष 2023 में दुनिया के शीर्ष 20 पत्तनों में 19वें पायदान पर पहुंच चुका है। कार्य क्षमता के आधार पर विशाखापत्तनम बंदरगाह ने प्रति क्रेन घंटे 27.5 मूव, 21.4 घंटे का टर्नअराउंड समय (टीआरटी) और न्यूनतम बर्थ आइडल टाइम के साथ सबसे शानदार प्रदर्शन किया है। ये सभी घटक कंटेनर जहाजों का प्रबंधन करने में बंदरगाह की दक्षता को उजागर करते हैं और ग्राहकों की पसंद को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं। शीर्ष 100 बंदरगाहों में स्थान बनाने वाले अन्य सात भारतीय बंदरगाह - पीपावाव (41), कामराजार (47), कोचीन (63), हजीरा (68), कृष्णापट्टनम (71), चेन्नई (80) और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (96) हैं।
समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) के अनुसार, 2023-24 में भारत से सी-फूड का निर्यात 2022-23 में 17,35,286 मीट्रिक टन की तुलना में 17,81,602 मीट्रिक टन (एमटी) का सर्वकालिक उच्च दर्ज किया गया है। हालाँकि, मौद्रिक मूल्य के संदर्भ में, समुद्री खाद्य निर्यात के मूल्य में गिरावट आई है। भारत ने 2023-24 के दौरान 60,523.89 करोड़ रुपये या 7.38 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सी-फूड निर्यात किया, जबकि 2022-23 में सी-फूड निर्यात का मूल्य 63,969.14 करोड़ रुपये या 8,094.31 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। भारत सरकार ने 2023-24 में सी-फूड के लिए 9.1 बिलियन डॉलर का निर्यात लक्ष्य रखा था। मूल्य में गिरावट का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों विशेषकर संयुक्त राज्य अमेरिका में झींगा की कीमतों में भारी गिरावट है।
भारतीय स्टेट बैंक-एसबीआई ने वित्तीय वर्ष 2025 में दीर्घकालिक बांड जारी करके 20 हजार करोड़ रुपये तक जुटाने को मंजूरी दी है। यह कदम बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और किफायती आवास इकाइयों के वित्तपोषण के लिए उठाया गया है। केंद्रीय बोर्ड ने बैठक में कहा कि धन जुटाने का काम सार्वजनिक निर्गम या निजी प्लेसमेंट द्वारा किया जाएगा। नए बांड जारी करने की योजना की घोषणा के बाद, बैंक का शेयर अपने पिछले बंद भाव की तुलना में शून्य दशमलव 95 प्रतिशत बढ़कर 853 रुपये पर बंद हुआ। जून की शुरुआत में, एसबीआई ने अपनी लंदन शाखा के माध्यम से तीन साल के वरिष्ठ असुरक्षित फ्लोटिंग-रेट बॉन्ड बेचकर दस करोड़ डॉलर जुटाए थे। यह बांड यह सुरक्षित ओवरनाइट फाइनेंसिंग रेट से 95 अंक ऊपर बेचे गए थे। इसी तरह एसबीआई ने जनवरी महीने में आठ दशमलव 34 प्रतिशत की कूपन दर पर स्थायी बांड के माध्यम से 5 हजार करोड़ रुपये जुटाए।
उत्तर बंगाल के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल होलोंग बंगले में आग लग गई। यह बंगला 15 जून से पर्यटकों के लिए बंद था, इसलिए किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हालांकि, बंगले के कर्मचारियों के अनुसार, शॉर्ट सर्किट के कारण यह इमारत पूरी तरह से जल गई। यह इमारत जलदापारा वन रेंज के मुख्य वन क्षेत्र के बाहर स्थित थी।
ओलंपियन और विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में आयोजित विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल गोल्ड टूर में भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है। मुकाबले में उन्होंने 85.97 मीटर दूरी पर भाला फेंक कर यह उपलब्धि हासिल की। नीरज चोपड़ा ने 83.62 मीटर के थ्रो के साथ शुरुआत की। टोनी केरानेन ने 84.19 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहकर सिल्वर मेडल जीता। ओलिवियर हेलांडर ने 83.96 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
17 जून को ICC टी-20 वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज के आखिरी मुकाबले में वेस्टइंडीज ने अफगानिस्तान को 104 रन से हराया। वेस्टइंडीज ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 218 रन बनाए। यह इस वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा स्कोर रहा। अफगानिस्तान 16.2 ओवर में 114 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। निकोलस पूरन की 98 रन की पारी के चलते मैच में मौजूदा टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर बना। यह टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में पावरप्ले का अब तक का बेस्ट स्कोर रहा। टीम ने पावरप्ले में 1 विकेट खोकर 92 रन बनाए। इससे पहले 2014 में नीदरलैंड ने आयरलैंड के खिलाफ पावरप्ले में 91 रन बनाए थे। टी-20 वर्ल्ड कप 2012 की चैंपियन वेस्टइंडीज ने इस मैच में अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दिया। टीम ने 5 विकेट खोकर 218 बनाए। यह वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज का सबसे बड़ा स्कोर है। वहीं, टी-20 वर्ल्ड कप इतिहास का चौथा सबसे बड़ा स्कोर भी बन गया है। इससे पहले टीम ने 2007 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 6 विकेट खोकर 205 रन बनाए थे।
न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने 2024 टी20 आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ न्यूजीलैंड के अंतिम ग्रुप सी मैच के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। यह मैच तरौबा के ब्रायन लारा स्टेडियम में खेला गया था। 2024 टी20 विश्व कप से पहले ही बाहर हो चुकी न्यूजीलैंड की टीम ने पापुआ न्यू गिनी की टीम को 78 रन पर आउट कर दिया, जिसमें ट्रेंट बाउल ने 14 रन पर दो विकेट लिए। उनके साथी तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन ने मैच में 4-4-0-3 के उल्लेखनीय प्रदर्शन कर विश्व रेकॉर्ड साझा किया। अपने निर्धारित चार ओवरों में फर्ग्यूसन ने एक भी रन दिए बिना तीन विकेट लिए। अपने निर्धारित चार ओवरों में एक भी रन नहीं देने की उपलब्धि हासिल करने वाले वह कनाडा के साद बिन जफर के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं। 2021 में पनामा के खिलाफ मैच में साद ने 4ओवर में बगैर कोई रन दिये दो विकेट लिए थे।
इंडियन नेशनल अल्टीमेट फ्रिसबी मिश्रित टीम ने एशिया ओशनिक बीच अल्टीमेट चैंपियनशिप (AOBUC) 2024 के फाइनल में बहादुरी से प्रदर्शन किया, जो फिलीपींस के खिलाफ 9-12 के अंतिम स्कोर के साथ एक कठिन मुकाबले के बाद उपविजेता रही। यह भारतीय अल्टिमेट फ्रिसबी के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है क्योंकि राष्ट्रीय टीम ने पहली बार फाइनल में पहुंचकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर महत्वपूर्ण विकास और संभावनाओं का प्रदर्शन किया। इस टूर्नामेंट में एशिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के 16 टीमों ने भाग लिया।
19 जून को दुनिया भर में विश्व सिकल सेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। सिकल सेल रोग एक आनुवंशिक रक्त विकार है, और यह दिन जनता, सरकार और अन्य हितधारकों के बीच इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है। इसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना है ताकि बीमारी का शीघ्र पता लगाया जा सके और रोगियों को राहत प्रदान करने के लिए निवारक उपायों का उपयोग किया जा सके। 2024 विश्व सिकल सेल दिवस का विषय है: प्रगति के माध्यम से आशा: विश्व स्तर पर सिकल सेल देखभाल को आगे बढ़ाना।
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