आर्द्रभूमि, वह भूमि है जो स्थलीय और जलीय पारिस्थितिकी प्रणालियों में जहां पानी का तल प्रायः जमीन की सतह पर या जमीन की सतह के पास है या जहां जमीन उथले पानी के द्वारा ढकी रहती है, के बीच संक्रमित होती रहती है। आर्द्रभूमियों पर सम्मेलन, रामसर, ईरान में 1971 में हस्ताक्षरित एक अंतरसरकारी संधि है, जो आर्द्रभूमियों और उनके संसाधनों के संरक्षण और युक्तिसंगत उपयोग के लिए राष्ट्रीय कार्रवाई और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की रूपरेखा प्रदान करती है ।
भारत ने 1 फरवरी, 1982 को इस पर हस्ताक्षर किए। 1982 से 2013 के दौरान, रामसर स्थलों की सूची में कुल 26 स्थलों को जोड़ा गया, हालांकि, इस दौरान 2014 से 2022 तक, देश ने रामसर स्थलों की सूची में 49 नई आर्द्रभूमि जोड़ी हैं।
30 जनवरी, 2019 को रामसर कन्वेंशन के तहत भारतीय सुंदरबन को वेटलैंड ऑफ इंटरनेशनल इंपोर्टेंस का दर्जा मिल गया है। सुंदरबन भारत तथा बांग्लादेश के तटीय क्षेत्र में विशाल और संगठित मैंग्रोव वन पारिस्थितिक तंत्र है। सुंदरबन में बंगाल की खाड़ी के मुहाने पर गंगा और ब्रह्मपुत्र के डेल्टा में सैकड़ों द्वीपों, नदियों, सहायक नदियों और सरिताओं का नेटवर्क शामिल है। डेल्टा के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित, भारतीय सुंदरबन देश के कुल मैंग्रोव वन क्षेत्र का 60% से अधिक है। यह भारत में 27वां रामसर स्थल है और 4,23,000 हेक्टेयर क्षेत्र के साथ अब देश में सबसे बड़ा संरक्षित आर्द्रभूमि है।
भारत सरकार के एक महत्वपूर्ण नीतिगत प्रोत्साहन के कारण, पिछले दस वर्षों में रामसर साइटों की संख्या 26 से बढ़कर 80 हो गई है, जिनमें से 38 अकेले पिछले तीन वर्षों में जोड़े गए हैं।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और श्रम और रोजगार मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव ने विश्व वेटलैंड्स दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर कहा, भारत ने पांच और वेटलैंड्स को रामसर साइटों (अंतर्राष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड्स) के रूप में नामित किया है जिससे इनकी संख्या मौजूदा 75 से बढ़ाकर 80 हो गई है। इनमें से तीन स्थल, अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व, अघनाशिनी एस्चुएरी और मगदी केरे संरक्षण रिजर्व कर्नाटक में स्थित हैं, जबकि दो, कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्य और लॉन्गवुड शोला रिजर्व वन तमिलनाडु में हैं।
रामसर स्थलों के अंतर्गत आने वाला कुल क्षेत्र अब 1.33 मिलियन हेक्टेयर है, जो मौजूदा क्षेत्र (1.327 मिलियन हेक्टेयर में से) से 5,523.87 हेक्टेयर की वृद्धि है। तमिलनाडु में अधिकतम संख्या बनी हुई है रामसर साइट्स (16 साइट्स) के बाद उत्तर प्रदेश (10 साइट्स) का नंबर आता है।
रामसर नामित आर्द्रभूमि स्थल | राज्य |
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रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य | कर्नाटक |
अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व | कर्नाटक |
अघानाशिनी एस्चुएरी | कर्नाटक |
मगदी केरे संरक्षण रिजर्व | कर्नाटक |
भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य | हरियाणा |
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान | हरियाणा |
थोल झील | गुजरात |
वाधवाना आर्द्रभूमि | गुजरात |
खिजड़िया पक्षी अभयारण्य | गुजरात |
नलसरोवर पक्षी अभयारण्य | गुजरात |
'स्तार्तासापुक त्सो'(Startsapuk Tso) और 'त्सो कर'(Tso Kar) झील | लद्दाख |
ठाणे क्रीक | महाराष्ट्र |
लोनर झील | महाराष्ट्र |
नंदुर मदमहेश्वर | महाराष्ट्र |
कबर ताल(कांवर झील) | बिहार |
आसन कंज़र्वेशन रिज़र्व | उत्तराखंड(उत्तराखंड का पहला) |
केशोपुर-मिआनी | पंजाब |
ब्यास कंजर्वेशन रिजर्व | पंजाब |
नंगल | पंजाब |
नवाबगंज | उत्तर प्रदेश |
पार्वती आगरा | उत्तर प्रदेश |
समन | उत्तर प्रदेश |
समसपुर | उत्तर प्रदेश |
साण्डी | उत्तर प्रदेश |
सरसईनवार | उत्तर प्रदेश |
बखिरा वन्यजीव अभयारण्य | उत्तर प्रदेश |
सूर सरोवर (कीथम झील) | उत्तर प्रदेश |
हैदरपुर वेटलैंड | उत्तर प्रदेश |
ऊपरी गंगा नदी (ब्रजघाट से नरोरा तक) | उत्तर प्रदेश |
अष्टमुडी आर्द्रभूमि | केरल |
सस्थमकोट्टा झील | केरल |
वेम्बनाड-कोल आर्द्रभूमि | केरल |
तंपारा झील | ओडिशा |
हीराकुंड जलाशय | ओडिशा |
अंशुपा झील | ओडिशा |
सतकोसिया गॉर्ज | ओडिशा |
भितरकनिका मैंग्रोव | ओडिशा |
चिलिका झील | ओडिशा |
सिरपुर वेटलैंड | मध्य प्रदेश |
यशवंत सागर | मध्य प्रदेश |
भोज आर्द्रभूमि | मध्य प्रदेश |
साख्य सागर | मध्य प्रदेश |
चंद्र ताल | हिमाचल प्रदेश |
पोंग बांध झील | हिमाचल प्रदेश |
रेणुका आर्द्रभूमि | हिमाचल प्रदेश |
दीपोर बील | असम |
पूर्वी कोलकाता की आर्द्रभूमि | पश्चिम बंगाल |
सुंदरबन | पश्चिम बंगाल |
हरिकेक आर्द्रभूमि | पंजाब |
कंजली आर्द्रभूमि | पंजाब |
रोपड़ | पंजाब |
हाइगम वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व | जम्मू और कश्मीर |
शालबुग वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व | जम्मू और कश्मीर |
होकेरा आर्द्रभूमि | जम्मू और कश्मीर |
सुरिंसर-मंसार झील | जम्मू और कश्मीर |
त्सोमोरिरी | जम्मू और कश्मीर |
वूलर झील | जम्मू और कश्मीर |
कोल्लेरू झील | आंध्र प्रदेश |
लोकतक झील | मणिपुर |
नंदा झील | गोवा |
कुनथनकुलम पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
चित्रांगुडी पक्षी अभ्यारण्य | तमिलनाडु |
सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स | तमिलनाडु |
वडुवूर पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
कांजीरकुलम पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिजर्व (GoMBR) | तमिलनाडु |
वेम्बन्नूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स | तमिलनाडु |
वेलोड पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
वेदान्थंगल पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
उदयमार्थंदपुरम पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
लॉन्गवुड शोला रिजर्व वन | तमिलनाडु |
पॉइंट कैलीमेयर वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
करीकिली पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु |
पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट | तमिलनाडु |
पिचवरम मैंग्रोव | तमिलनाडु |
पाला आर्द्रभूमि | मिजोरम |
रुद्र सागर झील | त्रिपुरा |
सांभर झील | राजस्थान |
केवलादेव राष्ट्रीय पार्क | राजस्थान |
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