नदी के मार्ग में जब कभी उच्चावच में अत्यधिक विभिन्नता पाई जाती है तो नदी का जल ऊंचे भाग से खड़े ढाल के सहारे नीचे गिरता हुआ अपना मार्ग बनाता है जहां ऐसी आकृतियां देखने को मिलती है। उसे जल प्रपात कहते हैं।
जल प्रपात | नदी |
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कुंचिकल जल प्रपात(455 मी.)(भारत का सबसे ऊंचा जल प्रपात) | शिमोगा जिला कर्नाटक(वराह नदी पर) |
जोग या गरसोप्पा या महात्मा गांधी जल प्रपात(225 मी.) | शिमोगा जिला कर्नाटक(शरावती नदी पर) |
हुंडरू जल प्रपात(74 मी.) | स्वर्ण रेखा नदी(झारखंड) |
चूलिया जल प्रपात(18 मी.) | चम्बल नदी(राजस्थान) |
धुआधार जल प्रपात(10 मी.) | नर्मदा नदी(जबलपुर) |
येना जल प्रपात(183 मी.) | येना नदी(महाबलेश्वर के पास) |
शिवसमुद्रम जल प्रपात(90 मी.) | कावेरी नदी(कर्नाटक) |
गौतमधारा/जोन्हा(85 मी.) | रारू नदी(झारखंड) |
साडनी(61 मी.) | शंख नदी(झारखंड) |
गोकक(55 मी.) | गोकक नदी(कर्नाटक) |
दसम(40 मी.) | कांची नदी(झारखंड) |
पाइकारा | पाइकारा नदी(नीलगिरी) |
काकोलत(241 मी.) | काकोलत नदी(झारखंड) |
पुनासा(10 मी.) | नर्मदा नदी(जबलपुर) |
थलैयार जल प्रपात | मजलार नदी |
बरकाना जल प्रपात | सीता नदी |
दूध सागर जल प्रपात | माण्डवी नदी |
लंगशियांग | किनशी नदी |
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