विश्व युवा कौशल दिवस की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 नवम्बर 2014 को की गयी थी। महासभा ने 15 जुलाई को विश्व युवा दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की। सभी देशों से यह आग्रह किया गया कि वे अपने देश में युवाओं को कौशल विकास में सहायता प्रदान करें ताकि ये युवा आगे चलकर बेहतर राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकें।
पहली बार 15 जुलाई 2015 को विश्व स्तर पर पहली बार विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया। यह जीवन तथा कार्यों में युवा कौशल के महत्व के एजेंडे के साथ मनाया गया।
इस दिवस का उद्देश्य युवाओं को अधिक से अधिक कौशल विकास के प्रति जागरुक करना है ताकि वे बेहतर अवसरों को तलाश कर रोजगार प्राप्त कर सकें। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य 2022 तक भारत में 40 करोड़ से अधिक लोगों या युवाओं को अलग-अलग कौशल में प्रशिक्षित करना है।
संयुक्त राष्ट्र ने मुख्यालय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जहां विभिन्न देशों के युवा विज्ञान, कला और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अपने कौशल दिखाने वाले कार्यक्रम में भाग लेते हैं। भारत में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई “कौशल भारत” अभियान के रूप में चिह्नित किया गया है। इस दिवस को समस्त विश्व युवाओ मैं कौशल विकास के अवसर लाने हेतु अधिक से योजनाओ और नए कौशल पाठ्यक्रम को सरकारी नीतियों मैं लाना चाहता हैं, ताकि देश के युवाओ मैं कौशलता की अधिकाधिक बढोतरी की जा सके और रोजगार के अवसर को बढाया जा सके। वर्ष 2019 के WYSD का विषय है : Learning to learn for life and work
वेब साइट में नये बदलाव व नयी जानकारी की सुचना पाने के लिए अपना ईमेल और मोबाईल नं. यहां दर्ज करें
© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.