राजस्थान की सरकार ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने जयपुर के झालाना औद्योगिक क्षेत्र में भामाशाह टेक्नो हब बनाया है। राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसका उद्घाटन किया है। सरकार का दावा है कि यह देश का सबसे बड़ा टेक्नो हब है। इसमें 700 उद्यमियों को एक छत के नीचे काम करने की सुविधा मिलेगी। देश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने में यह केंद्र काफी मददगार होगा। यह आधुनिक तकनीक से युक्त है। श्रीमती राजे झालाना औद्योगिक क्षेत्र में भामाशाह टेक्नो हब के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यह देश का सबसे बड़ा एवं आधुनिक टेक्नोलॉजी से सुसज्जित सेन्टर है, जहां लगभग 700 उद्यमी एक साथ बैठकर अपने व्यापार को आगे बढ़ाने का काम कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यहां उद्यमियों को स्टार्टअप को नई संभावनाओं की राह दिखाई जाएगी और तकनीकी सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक वर्ष पहले युवाओं और उद्यमियों को प्रदेश में सेवाओं के डिजिटल समाधान सहित विभिन्न उद्यमों की स्थापना के लिए आई-स्टार्ट के रूप में एक सुविधा प्रदान की थी, जहां अब तक एक हजार से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हो चुके हैं। हमने स्टार्टअप को सुविधाएं देने के लिए सिस्को नेटवर्किंग अकेडमी, आईबीएम आईएक्स अकेडमी, एचपी अकेडमी, इन्फोसिस कैम्पस कनेक्ट और ओरेकल वर्कफोर्स जैसी कई ग्लोबल कम्पनियों के साथ पार्टनरशिप की है। उन्होंने एक ऑनलाइन भुगतान एप भामाशाह वॉलेट को भी लॉन्च किया।
भामाशाह टेक्नो हब में एक ही छत के नीचे 700 स्टार्टअप्स एक साथ काम कर सकेंगे और उन्हें यहां सभी सुविधाएं मिल सकेंगी। साथ ही सरकार द्वारा पहले साल में उन्हें नि:शुल्क सुविधाएं मिलेंगी और स्टार्टअप के लिए फंड भी मिलेगा। इसका भवन बनकर तैयार है। करीब 72 करोड़ की लागत से यह भवन एक लाख स्क्वायर फीट क्षेत्र में बना है। आठ मंजिले भवन में 2 म्यूजियम भी हैं। माना जा रहा है कि इस केंद्र के बनने से यहां स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा। इसमें हाई स्पीड इंटरनेट और वर्ल्ड क्लास वर्क स्पेस होगा। इसमें जिम आॅडिटोरियम, मीटिंग, कॉन्फ्रेंस रूम, कैफेटेरिया आदि सभी सुविधाएं हैं। इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, तकनीक, एंजेल फंडिंग, वेंचर कैपिटल तक पहुंच, अनुभवी कंपनियों का संरक्षण आदि शामिल हैं।
स्टार्टअप को सभी तरह की सुविधाएं देने के लिए कई ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनियों जैसे सिस्को नेटवर्किंग एकेडमी, आईबीएम आईएक्स एकेडमी, एचपी एकेडमी, इंफोसिस कैंपस कनेक्ट व ओरेकल वर्कफोर्स के साथ साझेदारी की गयी है।
इसमें एक डिजिटल म्यूजियम है। इसके साथ ही प्रोडक्ट डेवलपमेंट, सीखने और कन्प्युटेशनल सोच के लिए एक टिंकरिंग लैब भी है।
राज्य में करीब 1000 स्टार्टअप ने रोजगार के 5000-6000 अवसर बनाये हैं। सरकार का उद्देश्य अगले कुछ साल में 5000 स्टार्टअप के माध्यम से एक लाख से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
भामाशाह टेक्नो फंड के रूप में राज्य सरकार ने स्टार्टअप इको सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए 5,000 करोड़ रुपये का फंड बनाया है।
© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.