खीचन पक्षी अभयारण्य, राजस्थान में जोधपुर के खीचन गाँव में स्थित है । जो प्रवासी पक्षियों का निवास है।
इस प्राकृतिक अभयारण्य में तीन प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं जिनमें कुर्जन, करकरा ,कुंच प्रमुख हैं जो दक्षिण पश्चिम यूरोप, काला सागर क्षेत्र, पोलैंड, यूक्रेन, कजाकिस्तान, उत्तर और दक्षिण अफ्रीका और मंगोलिया से प्रवास करके यहाँ आती हैं। अक्टूबर और मार्च के महीने में इन पक्षियों को यहाँ भारी मात्रा में देखा जा सकता है।
ये पक्षी यूरोप की भीषण ठण्ड से बचने के लिए इतनी लम्बी दूरी की यात्रा करते हैं। हर साल बड़ी संख्या में ये प्रवासी पक्षी भारत आते हैं लेकिन इनमें से 4 से 6 हजार पक्षी ही इस अभ्यारण्य में आते हैं । यहाँ आने पक्षी कुर्जन जो कुर कुर की आवाज निकालता है का वजन 4 से 6 किलोग्राम के मध्य होता है और इसकी लम्बाई 3 फीट तक होती है ।
इनकी विशेष प्रकार की आवाज के कारण ही स्थानीय लोग इसे कुर्जन के नाम से पुकारते हैं । ये पक्षी लम्बी दूरी की यात्रा करने की क्षमता रखता है । ये पक्षी 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से उड़ता है। कुर्जन में कई और विशेष गुण होते हैं जो इसे अन्य पक्षियों से अलग और उनसे सुन्दर बनाते हैं। खीचन पक्षी अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों के बीच काफी लोकप्रिय है और हर साल यहाँ लाखों पर्यटक इन पक्षियों को देखने के लिए इस अभयारण्य में आते हैं।
वेब साइट में नये बदलाव व नयी जानकारी की सुचना पाने के लिए अपना ईमेल और मोबाईल नं. यहां दर्ज करें
© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.