हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस को अधिसूचित रोग घोषित कर दिया है। इसका मतलब है कि सरकारी अधिकारियों को ब्लैक फंगस रोग (Black Fungus Disease) के प्रत्येक मामले के बारे में सूचित करना होगा।
म्यूकरमाइकोसिस के नाम से जाना जाने वाला ब्लैक फंगस संक्रमण म्यूकर नामक फंगस के कारण होता है।
हाल में कई राज्यों में विशेष रूप से मधुमेह से पीड़ित कोविड-19 के कई रोगियों को म्यूकरमाइकोसिस होने के मामले सामने आए हैं।
डॉक्टरों को अपने मरीजों में बीमारी के होने की सूचना जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को देनी होती है।
यह अधिकारियों को बीमारी के प्रसार की जानकारी एकत्र करने, बीमारी की निगरानी करने और प्रारंभिक चेतावनियां निर्धारित करने में मदद करेगा।
डब्ल्यूएचओ अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (WHO International Health Regulations), 1969 ने रोग रिपोर्टिंग को अनिवार्य बना दिया है। इससे डब्ल्यूएचओ को उसकी वैश्विक निगरानी और सलाहकार की भूमिका में मदद मिलेगी। वर्तमान में यह सूची केवल तीन मुख्य रोगों अर्थात् पीला बुखार, हैजा और प्लेग तक सीमित है।
OIE (World Organisation for Animal Health) वैश्विक स्तर पर पशुओं के रोगों की निगरानी करता है। यह उल्लेखनीय बीमारियों की एक सूची रखता है।
नहीं, चूंकि स्वास्थ्य राज्य का विषय है, केवल राज्य सरकारों को अधिसूचित रोग घोषित करने का अधिकार है। हालांकि, केंद्र सरकार अधिसूचित रोगों की एक सूची रखती है।
भारत में अधिसूचित रोगों की सूची
एड्स, हेपेटाइटिस बी, डेंगू बुखार, मलेरिया, काली खांसी, एनीमिया, खसरा, रेबीज, विटामिन ए की कमी, टाइफाइड, स्कार्लेट ज्वर, पोलियो, सेरेब्रो स्पाइनल फीवर, कुष्ठ, हेपेटाइटिस, हैजा, आयोडीन की कमी, कुपोषण, तपेदिक, चेचक प्लेग, खसरा, इन्फ्लूएंजा, डिप्थीरिया, चिकन पॉक्स।
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