दुनिया के आठ अजूबों की सूची में शामिल हुआ स्टैचू ऑफ यूनिटी
भारत के स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी को शंघाई सहयोग संगठन के 8 अजूबों में शामिल किया गया है। इस वर्ष शंघाई सहयोग संगठन के सरकार के प्रमुखों की बैठक का आयोजन भारत में किया जाएगा। इसमें भारत, रूस, चीन, कजाखस्तान, ताजीकिस्तान, किर्गिजस्तान,उज्बेकिस्तान और ताजीकिस्तान जैसे देश हिस्सा लेंगे।
शंघाई सहयोग संगठन के 8 अजूबे
स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी (भारत)
दामिंग पैलेस (चीन)
नवरुज़ पैलेस (ताजीकिस्तान)
मुग़ल विरासत (पाकिस्तान)
तमगली गोर्ज (कजाखस्तान)
पो-ई-कलान काम्प्लेक्स (उज्बेकिस्तान)
द गोल्डन रिंग (रूस)
लाहौर मुग़ल विरासत (पाकिस्तान)
स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी
यह “स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी” देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा है।
इस प्रतिमा के निर्माण में 2900 करोड़ रुपये की लागत आई है।
गुजरात के केवडिया में स्थित “स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी” विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है, इसकी ऊंचाई 182 मीटर है। अमेरिका की “स्टैच्यू ऑफ़ लिबर्टी” की ऊंचाई 93 मीटर है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस (31 अक्टूबर) को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
“स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी” की आधारशिला नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर, 2013 को रखी थी, उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
दुनिया के सात अजूबे अलग हैं। सात अजूबों में भारत का ताजमहल शामिल है।